लाभार्थीपरक योजनाओं में पात्रता की क्रास चेकिंग करायें, ताकि विषम परिस्थिति से बचा जा सके : मण्डालयुक्त

आज़मगढ़ : मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने वृहस्पतिवार को आयुक्त सभागार में आयोजित विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों की मण्डलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए तीनों जनपद के जिलाधिकारियों से कहा कि शासन द्वारा संचालित लाभार्थीपरक योजनाओं जैसे शादी अनुदान योजना, मुख्यमन्त्री सामूहिक विवाह योजना, कन्या विवाह सहायता योजना, बुनकरों हेतु संचालित योजनाओं आदि हेतु प्राप्त आवेदनों की क्रास चेकिंग जनपद स्तरीय अधिकारियों के माध्यम से करा लें, ताकि बाद में किसी भी विषम परिस्थिति उत्पन्न होने से बचा जा सके। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने बैठक में विभिन्न कार्यक्रमों की बिन्दुवार समीक्षा के दौरान कहा कि उपजिलाधिकारियों द्वारा प्रायः आईजीआरएस सन्दर्भों की निस्तारण आख्या का परीक्षण किए ही निम्न स्तर से प्राप्त आख्याओं को अपलोड कर दिया जाता है, जिससे निस्तारण की गुणवत्ता प्रभावित होती है, इससे मण्डल एवं जनपद की रैंकिंग पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। 

उन्होंने कहा कि आईजीआरएस सन्दर्भों की समीक्षा स्वयं मा. मुख्यमन्त्री जी द्वारा एवं शासन स्तर पर नियमित रूप से की जाती है, इसलिए गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के प्रति सभी को संवेदनशील रहने की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि शासकीय कार्यों में पारदर्शिता लाने हेतु कर्मचारियों के कार्यों को नियमित रूप से देखा जाय। मण्डलायुक्त ने कहा कि 15वॉं वित्त आयोग ग्राम पंचायत में व्यय तो बढ़ा है परन्तु प्रगति अभी अपेक्षा के अनुरूप नहीं है। इस सम्बन्ध में उन्होंने उप निदेशक, पंचायत को निर्देशित किया कि निरन्तर इसकी मानीटरिंग कर अपेक्षित प्रगति लाना सुनिश्चित करें।

मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने जनपद आज़मगढ़ एवं मऊ के बुनकरों हेतु संचालित योजनाओं की समीक्षा के दौरान कहा कि बुनकरों को हथकरघा लगाने के लिए हथकरधा खरीद पर 30 हजार रुपये तथा हथकरघा के वर्कशेड के लिए 40 हजार रुपये शासन द्वारा अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार पॉवरलूम पर 90 हजार तथा पॉवरलूम के वर्कशेड पर 75 हजार रुपये अनुदान अनुमन्य है।

 उन्होंने कहा कि शासन की यह अत्यन्त महत्वपूर्ण योजना है। इस योजना के लिए आजमगढ़ में 210 तथा मऊ में 150 आवेदन प्राप्त हुए है। उन्होंने दोनां जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि जो भी आवेदन प्राप्त हुए हैं उनकी पात्रता एवं वर्कशेड हेतु स्थल की उपलब्धता आदि की रैण्डम जॉंच करायें, जिससे शासन की मंशा के अनुरूप वास्तविक पात्र लाभार्थी को इस योजना से लाभान्वित किया जा सके। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने जनपद मऊ में कन्या सुमंगला योजना की प्रगति कम मिलने पर मुख्य विकास अधिकारी को इसकी नियमित समीक्षा कर सुधार लाने का निर्देश दिया। बैठक में विकास प्राथमिकता सम्बन्धित अन्य कार्यक्रमों की भी विस्तार से समीक्षा की गयी।

इस अवसर पर जिलाधिकारी आज़मगढ़ विशाल भारद्वाज, जिलाधिकारी मऊ प्रवीण मिश्र, जिलाधिकारी बलिया रवीन्द्र कुमार, सीडीओ आजमगढ़ परीक्षित खटाना, सीडीओ मऊ प्रशान्त नागर, सीडीओ बलिया ओजस्वी राज, अपर आयुक्त-प्रशासन केके अवस्थी, संयुक्त विकास आयुक्त एमएन पाण्डेय, वन संरक्षक डॉ. बीसी ब्रम्हा, मुख्य अभियन्ता विद्युत आशुतोष श्रीवास्तव, मुख्य अभियन्ता लोनिवि योगेन्द्र सिंह, मण्डलीय अर्थ एवं सख्ंया अधिकारी डॉ. नीरज श्रीवास्तव व हेमन्त कुमार सहित अन्य मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।