जड़काला---- जयकारी छंद

गोड़-हाथ अउ काँपय हाड़ ।

बाढ़े हावय बिक्कट जाड़ ।।

एकर बर कुछु करव उपाय ।

नइतो अब गा जाड़ सहाय ।।

जय गंगान......


कुनकुन लागय देखव घाम ।

रोज बिहनिया सेंकव चाम ।।

कथरी कमरा बने सुहाय ।।

आगी अँगरा सब ला भाय ।

जय गंगान......


लकड़ी छेना लेवव जोर ।

झन देखव गा दाँत निपोर ।

जड़काला बइरी हा आय ।।

लटपट मा अब रात पहाय ।

जय गंगान.....


बिगड़े हावय सबके हाल ।

जड़काला हा बनगे काल ।।

अलकरहा गा जाड़ भराय ।

कोन नहाये खोरे जाय ।।

जय गंगान......


लइका पिचका संग सियान

जाड़ करय सब ला हलकान ।।

सुरुर-सुरुर पुरवा हा आय ।

नाक घलो अब्बड़ बोहाय ।।

जय गंगान.....


छेरी पथरू पावय जाड़ ।

उँकरो बर गा करव जुगाड़ ।।

गाय घलो हा बड़ नरियाय ।

पैरा भूसा नइतो खाय ।।

जय गंगान...जय गंगान...जय गंगान


मुकेश उइके "मयारू"

ग्राम- चेपा, पाली, कोरबा(छ.ग.)

मो.नं.- 8966095681