नोडल अधिकारी ने जिले के गोआश्रय स्थलों का किया निरीक्षण

बहराइच। जिले में संचालित गोआश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं के पर्यवेक्षण एवं अनुश्रवण हेतु जिले के भ्रमण पर आये शासन द्वारा नामित नोडल अधिकारी अपर निदेशक सूडा आनन्द कुमार शुक्ला ने शुक्रवार व शनिवार को मुख्य विकास अधिकारी रम्या आर. जिला विकास अधिकारी महेंद्र कुमार पाण्डेय, उप जिला अधिकारी पयागपुर दिनेश कुमार, महसी के राकेश कुमार मौर्या, मिहींपुरवा के संजय कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. राजेंद्र प्रसाद वर्मा तथा सम्बन्धित पशु चिकित्साधिकारी व अन्य सम्बन्धित के साथ ब्लाक मिहींपुरवा अन्तर्गत अस्थायी गोआश्रय स्थल मोतीपुर, पोण्डा व वृहद गो संरक्षण केन्द्र सेमरहना एवं पयागपुर के अस्थायी गो आश्रय स्थल सतपेड़िया व बनकटा तथा तेजवापुर के अस्थायी गोआश्रय स्थल टेण्डवा सिस्टीपुर का निरीक्षण कर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया।

गो आश्रय स्थलों के निरीक्षण के दौरान नोडल अधिकारी श्री शुक्ला ने कहा कि निराश्रित गोवंश का संरक्षण एवं भरण पोषण सरकार की शीर्ष प्राथमिकता को दृष्टिगत रखते हुए सभी सम्बन्धित अधिकारी गोवंशों को ठंड से बचाव के लिये पर्याप्त मात्रा में पौष्टिक आहार जिसमें प्रचुर मात्रा में कार्बाेहाइड्रेट उपलब्ध कराया जाय साथ ही पीने के लिए स्वच्छ ताजे जल का प्रबन्ध किया जाय। 

गोआश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंशों के लिए पर्याप्त भूसा, हरा चारा व दाने के साथ नमक व गुड की व्यवस्था भी रखी जाय। आश्रय स्थलों में शीत लहर के प्रभाव को रोकने की व्यवस्था सुनिश्चित किये जाने के लिये शेड को जूट के बोरे/तिरपाल से कवर किया जाय। इसके लिये विभिन्न संस्थाओं के पास उपलब्ध अनुपयोगी बोरा/टाट आदि को गौ आश्रय स्थलों पर उपलब्ध कराकर प्रयोग में लाया जाय।

नोडल अधिकारी ने यह भी सुझाव दिया कि गो आश्रय स्थलों में दिन के समय पशु शेडों के टाट व तिरपाल को खोल दिया जाय जिरासे शेड में पर्याप्त धूप पहुंच सके और फर्श सूखा बना रहे। गो आश्रय स्थलों में नियमित रूप से गोबर व गो मूत्र की सफाई की समुचित व्यवस्था करायी जाय तथा समय समय पर बिछावन को बदले जाने के भी माकूल बन्दोबस्त किये जायें। 

शीत ऋतु में वृद्ध, अशक्त व नवजात गोवंश पर विशेष ध्यान दिया जाय। अधिकारियों को निर्देश दिया गया कि ऐसे कोई भी गोवंश रात्रि में खुले स्थान में न रहने पायें, इसकेे लिए पृथक रूप से विशेष व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। नोडल अधिकारी ने मुख्यमंत्री सहभागिता योजना से आच्छादित परिवारों से दूरभाष पर बात की तथा भुगतान इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की। नोडल अधिकारी ने निर्देश दिया गोआश्रय स्थल पर तैनात केयर टेकर सहित अन्य कार्मिकों का समय से मानदेय का भुगतान सुनिश्चित किया जाय।