स्वच्छ निर्मल वातावरण, स्वच्छ रहे परिवेश हमारा,
जन जन लें यह संकल्प,स्वच्छता परम कर्तव्य हमारा।
किल्लोलिनी सरिता देखो निस्तेज हुई,
निर्मल हवा भी जाने कहाँ गई?
सांस लेना भी हुआ अब दुभर,
घुल गया वातावण में ज़हर
कर वृक्षारोपण नये साल में फैलायें उजियारा,
स्वच्छता परम कर्तव्य हमारा...
कूड़ा करकट बुहार कर यहाँ वहाँ न फेंकें,
धरा का दायित्व आपका है ये सोचें।
डालें कूड़ा सदा कूड़ेदान में,यत्र तत्र थूकें नहीं,
बच्चों को सिखायें इसका महत्व,
सुरक्षित करें भविष्य हमारा
स्वच्छता परम कर्तव्य हमारा...
आओ स्वच्छ भारत बनायें,
स्वच्छता अभियान को सफल बनायें।
कोरोना जैसी बीमारी को साफ सफाई से दूर करें,
खिल उठे वातावण,निर्झरिणी फिर कल कल करे।
मन की मलिनता को मिटा,फैलायें भाईचारा,
स्वच्छता परम कर्तव्य हमारा...
रीमा सिन्हा (लखनऊ)