मोबाइल के बिना रहना तो इन दिनों मुश्किल काम हो गया है। हर किसी को स्मार्टफोन की ऐसी लत लगी है कि यदि कुछ देर इसका इस्तेमाल न करो तो दिन ही नहीं निकलता। हालांकि लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने के लिए डॉक्टर्स भी मना करते हैं परंतु कोई भी उनकी बात नहीं मानता।
लंबे समय तक मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना आंखों के लिए खतरनाक हो सकता है। इसके कारण आप स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम का शिकार हो सकते हैं। यह सिंड्रोम क्या है और आंखों को कैसे नुकसान पहुंचाता है आज आपको इसके बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं....
क्या होता है स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम?
ज्यादा देर तक मोबाइल फोन इस्तेमाल करने के कारण लोगों की आंखों में परेशानी होने लगती है। जब व्यक्ति को स्मार्टफोन विजन सिंड्रोम होता है तो उसे अंधापन और आंखों में कई सारी समस्याएं हो सकती है। इसे कंप्यूटर विजन सिंड्रोम और डिजीटल विजन सिंड्रोम भी कहते हैं। यदि इसे नजरअंदाज किया जाए तो इसके कारण आंखों की रोशनी को नुकसान भी पहुंच सकता है। हालांकि एक्सपर्ट्स का कहना है कि मोबाइल और अंधेपन को लेकर कोई खास स्टडी नहीं हुई है पंरतु आप कुछ बातों का खास ध्यान रखकर इस खतरनाक सिंड्रोम से अपना बचाव कर सकते हैं।
स्क्रीन ब्राइटनेस को रखें कम
फोन की ज्यादा रोशनी आंखों के लिए ठीक नहीं है ऐसे में फोन की स्क्रीन ब्राइटनेस को कम ही रखें या फिर आप ऑटोमैटिक ब्राइटनेस की सेटिंग ऑन करें। इसके बाद स्क्रीन की ब्राइटेनस उतनी ही होगी जितनी आपको जरुरत होगी। इस तरह की ब्राइटनेस की आपकी आंखों पर भी कोई असर नहीं पड़ेगा।
पलकें झपकाते रहें
लगातार फोन पर आंखें टिकाकर रखना बिल्कुल भी सही नहीं है। ऐसे में यदि आप ज्यादा फोन इस्तेमाल करते हैं तो स्क्रीन को देखते समय पलकों को झपकाते रहें।
फोन से बनाएं दूरी
इसके अलावा कोशिश करें कि स्मार्टफोन का इस्तेमाल कम से कम ही करें। हालांकि यह आसान नहीं है ऐसे में फोन को कम से कम आंखों से 16-18 इंच की दूरी से ही इस्तेमाल करें। यदि दिक्कत होती है तो स्क्रीन को जूम करें ।
बढ़ा दें टेक्स्ट का साइज
फोन का टेक्स्ट साइज छोटा होने के कारण आंखों पर बहुत ही तनाव पड़ता है जिसके कारण आंखों की रोशनी कम होने लगती है। ऐसे में आप स्मार्टफोन का टेक्स्ट बड़ा करके फिर ही इस्तेमाल करें।
अंधेरे में न देखें फोन
कोशिश करें कि अंधेरे में अपना फोन न देंखे क्योंकि इससे आंखों पर प्रभाव पड़ता है और आंखों की रोशनी छिन सकती है। यदि आप फिर भी फोन देखना चाहते हैं तो कोशिश करें कि आसपास रोशनी हो।