दो टूक October 19, 2023 • दैहिक स्वतंत्रता न्यूज़ नेटवर्क रोज रात को थक थका, आ जाती है नींद। रोज सुबह संघर्ष की, कथा लिखे उम्मीद। गए अब दिन झूठों के। धीरु भाई