॥ बदला जहान ॥

बदल गई दुनियाँ की नीति

मानवता का बदला है वेश

बदला बदला है मानव का सोंच

मानवता की बदला है संदेश।


बदल गई है विश्व की मानचित्र

बदला बदला है आचार विचार

बदल गया है विश्व की रौनक

जगत का बदल गया व्यवहार


बदल गई है परिवेश हमारी

बदला बदला है प्रेम व प्यार

मानवता की बोल बदल गई

बदल गया  जगत का व्यापार


सामाजिक ताना बाना है बदला

बदल गया तन मन का परिधान

दुल्हन की नीति है अब बदल गई

बदला बदला बुर्जुगों की सम्मान


बदल गई अब मान मर्यादा

बदल गया है जग का श्रृंगार

परिजनों की नीति है बदली

बदला बदला है अब संसार


बदल गई है अब नजरें हमारी

बदला बदला है घर का  द्वार

बदल गई है हवा की भी रूख

बदला बदला है जग का  सार


उदय किशोर साह

मो० पो० जयपुर जिला बाँका बिहा१

9546115088