लम्हों में खुशियां ढूंढें

जिंदगी के इन लम्हों में खुशियां ढूंढें 

मौसमों में कुदरत का  आशियां ढूंढें 


कोहरे में गुम होती सड़कें और रास्ते

हरियाली भरी चादर में रंगोलियां ढूंढें 


पत्ते तक खामोश हैं चुप है आसमान 

सन्नाटे में दिल को भाती बोलियां ढूंढें


ज्यों दुबका हुआ है खुद में सारा जहां

खूबसूरत  मोतियां छिपी सीपियां ढूंढें


दुनियादारी में ही क्यों  डूबे रहें हमेशा

दिल  गुदगुदाती हंसी ठिठोलिया ढूंढें


तन्हाई अकेलेपन में क्यों काटें जिंदगी

खुद को बहलाती मस्तानी टोलियां ढूंढें


माजी का मजा आने वाले कल के सपने

छोड़कर चलो आज की नई खूबियां ढूंढें 


डॉ0 टी0 महादेव राव

विशाखापटनम (आंध्र प्रदेश)

9394290204