तो इस कारण महिलाओं में बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल, इन तरीकों से करें कंट्रोल

गलत खान-पान और खराब लाइफस्टाइल के कारण हाई कोलेस्ट्रॉल भी गंभीर परेशानी का कारण बना हुआ है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने के कारण हार्ट से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है और हाई बीपी की समस्या भी होने लगती है। अच्छे स्वास्थ्य के लिए कोलेस्ट्रॉल का सही मात्रा में होना जरुरी होता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है गुड और बेड।

 बैड कोलेस्ट्रॉल आर्टरीज में जमा हो जाता है जिसके कारण हार्ट संबंधी बीमारियों का खतर बढ़ता है। बैड कोलेस्ट्रॉल फैटी फूड खाने, एक्सरसाइज न करने, ज्यादा वजन होने, स्मोकिंग और ड्रिंक करने के कारण बढ़ता है। ऐसे में आज आपको इस आर्टिकल के जरिए कुछ ऐसे टिप्स बताते हैं जिनके जरिए आप बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल कर सकते हैं। आइए जानते हैं।  

क्या होता है कोलेस्ट्रॉल? 

कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैट होता है जिसका निर्माण लिवर के द्वारा किया जाता है। ज्यादा चाइनीज फूड, जंक फूड खाने के कारण यह शरीर में ज्यादा बनने लगता है। जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो जाती है तो यह नसों में जम जाता है जिसके कारण शरीर में ब्लड सर्कुलेशन भी सही से नहीं हो पाता। ऐसे में हार्ट को पंप करने में भी परेशानी आती है। 

महिलाओं में क्यों बढ़ता है कोलेस्ट्रॉल का स्तर

कई कारणों से कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर में बढ़ सकता है जैसे सैचुरेटेड फैट, ट्रांस फैट, लाल मीट खाने से, फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स खाने से। इसके अलावा एक्सरसाइज न करने के कारण और खराब लाइफस्टाइल भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर में बढ़ा सकता है। कुछ जेनेटिक्स कारण भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर में बढ़ा सकते हैं। जिन लोगों के शरीर में जेनेटिक्ल कारणों से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है उस परिस्थिति को पारिवारिक हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया कहते हैं।  

कैसे करें कंट्रोल?

कोलेस्ट्रॉल का स्तर समझें 

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रित करने के लिए पहले ये समझें कि कोलेस्ट्रॉल का स्तर कितना बढ़ा है। कोलेस्ट्रॉल को मुख्यतौर पर एलडीएल और एचडीएल के तौर पर समझा जाता है। एलडीएल धमनियों में जम जाता है जिसके कारण दिल से जुड़ी समस्याएं होने लगती हैं। वहीं एचडीएल ब्लड सर्कुलेशन से एलडीएल को फिल्टर करता है। महिलाओं में एलडीएल को कम करके कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल किया जा सकता है।

हेल्दी डाइट 

कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल करने के लिए अपनी डाइट का ध्यान रखें। डाइट में हल्दी, लहसुन, अदरक और दालचीनी जैसे सूपरफूड्स शामिल करें। यह सारी चीजें कोलेस्ट्रॉल का कम करने में मदद करती है। 

हर्ब्स 

कोलेस्ट्रॉल का स्तर कंट्रोल करने के लिए आप डाइट में कुछ हर्ब्स जैसे गुग्गुल, अर्जुन, त्रिफला जैसी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर जड़ी बूटियां शामिल कर सकते हैं। इनमें पाए जाने वाले गुण कोलेस्ट्रॉल को धमनियों में जाने से रोकते हैं जिससे दिल स्वस्थ रहता है।  

नियमित एक्सरसाइज 

डेली रुटीन में एक्सरसाइज शामिल करने से भी कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल में रहेगा। एक्सरसाइज से दिल मजबूत और हेल्दी बनेगा। पैदल चलना, स्विमिंग जैसी एक्सरसाइज रोज 30 मिनट के लिए करें। 

बॉडी को डिटॉक्स 

आयुर्वेद की मानें तो डिटॉक्स थेरेपी से आपके शरीर में से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं जिससे स्वस्थ रहते हैं। ऐसे में आप किसी एक्सपर्ट की निगरानी में डिटॉक्स थेरेपी करवा सकते हैं। इससे शरीर साफ भी होगा और पाचन मजबूत बनेगा। 

स्ट्रेस से दूर रहें 

तनाव की मदद से भी हाई कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रख सकते हैं। ज्यादा तनाव लेने के कारण हृदय संबंधी समस्याओं को जोखिम बढ़ता है। ऐसे में ध्यान, ब्रीदिंग एक्सरसाइज के जरिए आप अपने दिमाग को शांत रख सकते हैं। 

एक्सपर्ट से लें सलाह 

यदि लाइफस्टाइल में बदलाव करने के बाद भी शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम नहीं होता तो आप एक बार डॉक्टर की सलाह जरुर लें। डॉक्टर शरीर में बढ़ने वाले कोलेस्ट्रॉल के स्तर को समझ कर आपका इलाज कर सकते हैं।