छत्तीसगढ़ मा राम

भारत के भुइँया मा बसे हे, 

हरियर लुगरा सुग्घर भावय।

कौशिल्या माता के मइके, 

छत्तीसगढ़ महतारी हावय।।


भागमानी हम छत्तीसगढ़िया, 

चरण छू के माथ नवाँये।

अइसन हमर पावन भुइँया, 

राम ह इहाँ भाँचा कहाये।।


राम ल जब वनवास होइस, 

संग म लछमन सीता आये।

कुटि बनाये ये भुइँया मा, 

छत्तीसगढ़ के भाग जगाये।।


राक्षस अउ दानव ला मारे, 

रिसि मुनि के प्राण बचाये।

छत्तीसगढ़ के ये महिमा ला, 

ज्ञानी अउ विद्वान ह गाये।।


जशपुर मल्हार सिरपुर राजिम, 

आरंग मा प्रभु राम ह आये।

शिवरीनारायण के पावन भुइँया, 

शबरी के जूठा बोइर खाये।।


तुरतुरिया वाल्मीकि के आश्रम, 

माता सीता जिनगी बिताये।

लव कुश ल इहाँ जनम देके, 

छत्तीसगढ़ के मान बढ़ाये।।


राजकुमार निषाद'राज'

बिरोदा, धमधा जिला-दुर्ग (छत्तीसगढ़)

7898837337