चलिए सबसे पहले जानते हैं वेरिकोज वेन्स के लक्षण
. नसों में दर्द और सूजन की शिकायत
. स्किन पर पडे घाव जल्दी ना भरना
. त्वचा सूखी व पपड़ीदार दिखाई देना
. पैर व टखनों पर सूजन की समस्या
. रात दौरान पैर या अन्य भाग में ऐंठन व दर्द होना
. नसों के आसपास की स्किन सख्त व मोटी होना और इसका रंग बदलना
वेरिकोज वेन्स होने के कारण
. लंबे समय तक खड़े रहना
. मोटापे के कारण वेरिकोज वेन्स की शिकायत हो सकती है। एक्सपर्ट अनुसार, वजन अधिक होने से नसों पर दबाव पड़ने लगता है। इसके कारण नसों में खून का संचार बिगड़ने लगता है।
. डीप वेन थ्रोम्बोसिस के कारण भी यह परेशानी हो सकती है। इस समस्या में पैर के कुछ या निचले भाग में खून जमने लग पड़ता है।
. हाई बीपी, बार-बार गर्भधारण से भी वेरिकोज वेन्स की परेशानी हो सकती है।
. एक्सपर्ट अनुसार, यह समस्या आनुवांशिक भी हो सकती है। ऐसे में अगर परिवार में किसी को पहले से यह परेशानी हो तो आपको बाकी सदस्यों को इसके होने का खतरा रहता है।
वेरिकोज वेन्स हो आराम पाने के लिए अपनाएं ये टिप्स
. इस परेशानी से पीड़ित लोगों को कम्प्रेशन वाले मोजे पहनने चाहिए।
. समस्या अगर अधिक हो तो लेजर थैरेपी की मदद ली जा सकती है।
. एक्सरसाइज व योगा करने से भी वेरिकोज वेन्स की परेशानी को कम या रोका जा सकता है।
. इस समस्या से पीड़ित लोगों को लंबे समय तक खड़े रहने से बचना चाहिए। नहीं तो परेशानी बढ़ सकती है।
. जैसे कि पहले की बताया गया है कि वजन अधिक होने से यह समस्या हो सकती है। इसलिए वजन कंट्रोल में रखें। आप वजन घटाने के लिए एक्सरसाइज, योगा व हेल्दी फूड को लाइफस्टाइल का हिस्सा बनाएं।
. अगर आप टाइट जींस पहनते हैं तो इसे पहनने से बचें। असल में, यह वेरिकोज वेन्स की समस्या बढ़ा सकती है।
. इसके अलावा इससे बचने के लिए हाई हील्स पहनने की जगह कंफर्टेबल जूते पहनें।
नोट- आप इस टिप्स को अपनाकर वेरिकोज वेन्स की समस्या से बच सकते हैं। मगर दर्द अधिक होने पर इसे नजरअंदाज करने की जगह तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।