नयी दिल्ली : चुनाव आयोग ने अजित पवार वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को असली एनसीपी करार दिया है। चुनाव आयोग के इस फैसले पर अब शिवसेना (उद्वव बालासाहेब ठाकरे) नेता संजय राउत ने बुधवार को आरोप लगाया कि अजित पवार के गुट को असली एनसीपी रुप में मान्यता संबंधी फैसला देकर लोकतंत्र की पीठ में छुरा भोंका है।संजय राउत ने नयी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि जिस तरह का अन्याय राकांपा के संस्थापक शरद पवार और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ हुआ है, वैसा अन्याय इतिहास में कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि शिवसेना और राकांपा को इसलिए कमजोर किया गया क्योंकि यही दो दल हैं जिन्होंने मराठी ‘अस्मिता; की रक्षा की और महाराष्ट्र के साथ अन्याय के खिलाफ आवाज उठाई।
राउत ने कहा, ‘‘ चुनाव आयोग ने लोकतंत्र की पीठ में छुरा भोंका है। उन्होंने दो प्रतिद्वंद्वी गुटों की ओर से राकांपा विधायकों के खिलाफ दायर याचिका पर जारी अयोग्यता कार्यवाही का जिक्र करते हुए कहा,‘‘ अब लोकतंत्र की हत्या के लिए मामला राहुल नार्वेकर (महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष)को सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि असली शिवसेना वही है जहां ठाकरे हैं और ठीक यही मामला राकंपा के साथ है, जहां शरद पवार हैं वही असली राकांपा है।
उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार को खुद की पार्टी बनाने और लोगों का सामना करने की चुनौती भी दी। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को घोषणा की कि अजित पवार गुट ही असली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) है। चुनाव निकाय का यह निर्णय पार्टी संस्थापक शरद पवार के लिए एक बड़ा झटका है। आयोग ने एक आदेश में अजित पवार के नेतृत्व वाले समूह को राकांपा का चुनाव चिह्न ‘घड़ी भी आवंटित कर दिया।