जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम व कैमरे की आंख में रहेंगे निगम के वाहन

-निर्माणाधीन गैराज के उपयोग पर दिए ‘थ्री डी प्लान’ बनाने के निर्देश

सहारनपुर। गैराज से कौन सा वाहन कब निकला है, कब आया है, कौन से गेट से निकला है, उसमें कितना तेल कब डाला गया है, कौन सा वाहन कब से गैराज में खड़ा है, कौन सा खराब है, कब किसकी रिपेयरिंग हुयी है, इस सबका हिसाब-किताब जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम सॉफ्टवेयर के माध्यम से 24 घंटे उपलब्ध रहेगा। ई गैराज योजना के तहत सब कुछ ऑन लाइन हो जायेगा। यह जानकारी स्मार्ट सिटी सीईओ,नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज ने सोमवार सुबह स्मार्ट सिटी के तहत गैराज सम्बंधी निर्माणाधीन दोनों परियोजनाओं का निरीक्षण करने के बाद दी।  

स्मार्ट सिटी सीईओ,नगरायुक्त ग़ज़ल भारद्वाज स्मार्ट सिटी अधिकारियों और कार्यदायी संस्था के अधिकारियों के साथ स्मार्ट सिटी के तहत निर्माणाधाीन गैराज सम्बंधी दोनों परियोजनाओं का निरीक्षण करने पहुंची। उन्होंने मौजूदा गैराज स्थल पर ‘‘रि-डवलपमेंट ऑफ गैराज’ परियोजना के सम्बंध में कार्यदायी संस्था यूपीआरएनएन को गैराज फ्लोर पर हैवीगेज की टायल लगाने का सुझाव दिया ताकि बडे़ वाहनों से भी फ्लोर को कोई नुकसान न हो। नगरायुक्त ने किस जगह कौन सा वाहन खड़ा होगा, कहां धुलाई होगी, कहां से प्रवेश होगा, कहां से निकासी होगी तथा कार्यालय, स्टोर, स्क्रैप स्टोर के उपयुक्त स्थलों पर निर्माण तथा फ्लोर पर टायलिंग आदि का ‘‘थ्री डी प्लान’’ प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। 

उन्होंने निर्माणाधीन गैराज के मुख्य भवन व स्टोर का विस्तार करने का सुझाव दिया ताकि भवन के निकट खाली स्थान का भी समुचित उपयोग किया जा सके। इसके लिए उन्होंने एक समिति बनाने के निर्देश दिए तकि गैराज की आवश्यकताओं के अनुरुप भवन निर्माण को अंतिम रुप दिया जा सके। समिति में अपर नगरायुक्त राजेश यादव, जेडएसओ राजीव चैधरी, डीजीएम स्मार्ट सिटी दिनेश कुमार व प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर शिवेंद्र प्रकाश शामिल हैं। उन्होंने ऑफिस कम गैराज का कार्य फरवरी माह तक पूरा करने पर जोर दिया। 

स्मार्ट सिटी सीईओ ने स्मार्ट सिटी की गांधी मैदान पर निर्माणाधीन  गैराज सम्बंधी दूसरी परियोजना ‘‘स्मार्ट गैराज एण्ड वर्कशॉप’’ का भी निरीक्षण किया और मैप के माध्यम से यह जानकारी ली कि उक्त गैराज में कितने वाहन पार्क किये जा सकेंगे। 

उन्होंने कहा कि यह अभी से सुनिश्चित किया जाए कि अधिक से अधिक वाहन वहां खडे़ किये जा सके। उन्होंने निर्माणाधीन गैराज स्थल के दो गेट में से एक को प्रवेश द्वार तथा दूसरे को निकासी के रुप में प्रयोग करने का सुझाव दिया। निरीक्षण के दौरान उक्त अधिकारियों के अलावा अधीक्षण अभियंता अमरेंद्र गौतम व जितेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।