आजमगढ। ग्राम विकास अधिकारी एसोसिएशन आजमगढ़ का संगोष्ठी एवं अधिवेशन का कार्यक्रम करतालपुर स्थित मैरेज हाल में सम्पन्न हुई। संगोष्ठी एवं अधिवेशन का शुभारंभ मुख्य अतिथि संजय सिंह जिला विकास अधिकारी आजमगढ़ द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।
इस दौरान संजय सिंह ने कहाकि ग्राम विकास विभाग द्वारा लोकमंगल के कल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया जाता है और इस बात पर विशेष रूप से बल दिया गया कि योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्या और उसके निदान किस तरह से किये जाय कि योजनाओं का समुचित लाभ अन्तिम व्यक्ति लाभान्वित हो सकें।
कार्यक्रममें उपस्थित पीडीएस संघ की अध्यक्ष खण्ड विकास अधिकारी श्रीमती डा. आराधना त्रिपाठी द्वारा यह बताया गया ग्राम पंचायतों की किस तरह से जनता के बीच समन्वय बैठाकर कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर उस व्यक्ति तक किस तरह पहुंचाया जाय।
वक्तागण के उद्बोधन में मंत्री ग्राम विकास जनपद शाखा मउ द्वारा सेवा में ग्राम विकास अधिकारियों की पीड़ा को सबके सामने रखा और मार्गदर्शन भी किया। खण्ड विकास अधिकारी विकास खण्ड कोयलसा के द्वारा सेवा के दौरान आने वाली समस्या जैसे आवास से संबंधित शौचालय से संबंधित कार्य का अतिरिक्त दबाव एवं कार्य करने के पहले होने वाली तैयारियों के विषय में योजनाओं के क्रियान्वयन के विषय में बताया और सहयोग का आश्वासन दिया गया।
खण्ड विकास अधिकारी तहबरपुर द्वारा आवास, मनरेगा व गौशाला के कार्यों की सफलता के प्रति आभार व्यक्त किया। तत्पश्चात् खण्ड विकास अधिकारी रानी की सराय डा. आराधना त्रिपाठी द्वारा सबके कार्यों के बिल प्रेषित किया गया और समस्याओं के साथ सुझाव भी प्रस्तुत किया गया। इन्होने कार्यों के पारदर्शिता एवं कार्यों का कर्तव्यबोध भी कराया।
इसी क्रम में मुख्य अतिथि जिला विकास अधिकारी संजय सिंह द्वारा पूरे कर्मचारियों की और संगठन को आर्शीवचन स्वरूप अभिवादन एवं आवश्यकता को बताया और अपने कर्तव्यों को करते हुए दायित्वों को निभाते हुए गर्व करने की बात कही। उन्होने आश्वासन दिया कि कर्मचारियों की समस्याओं का निराकरण कर दिया जायेगा। जीवन की उपलब्धियों को अपनी सेवा की उपलब्धि बताया जिससे हमारा जीवन निर्वाह हो रहा है और हम उसके प्रति सचेत रहने की आवश्यकता है।
ग्राम विकास अधिकारी यशवन्त द्वारा संगठन में रहकर संगठन के साथ की बात कही गई। विकास खण्ड पल्हना से आये ग्राम विकास अधिकारी यादवेन्द्र विक्रम सिंह द्वारा क्षेत्र में आपसी समन्वय बनाने की कविता के साथ कल्पना की। तहबरपुर के ग्राविअ अजीत द्वारा संगठन की मजबूत करने के लिए बात कही गई। प्रदेश संगठन मंत्री द्वारा संगठन की समस्याओं सहित तक जीवित रखने की बात रखी गई। अध्यक्षीय उद्बोधन में संगठन की मजबूत करने की समस्याओं से और सुरक्षित रहते हुए कार्य करने की सलाह और आर्शिवचन प्रदान किया गया।