ग्राम्य संस्कृति के सरंक्षण में पत्रकारिता की भूमिका

•नगर के बापू भवन टाउन हाल में  प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार असोसिएशन के पूर्वांचल सम्मेलन  संपन्न 

ब्यूरो , बलिया । नगर के बापू भवन टाउन हाल में  प्रगतिशील ग्रामीण पत्रकार असोसिएशन के पूर्वांचल सम्मेलन में मुख्य अतिथि राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश जी ने अपने संबोधन में कहा कि  पत्रकारिता विरोध में लिखना ही न बल्कि पत्रकार की लेखनी समाज के निर्माण में सहायक है  कहा कि आज  मैं वक्ताओं की बात सुना और मेरा सुझाव भी है कि आप सभी एक सहकारी समिति बना कर अपनी अपनी एक छोटी सी धनराशि जमा कर सभी साथियों के आर्थिक सहयोग बड़े कामों के लिए कर सकते है इसके लिए बहुत लोग इस काम में सहयोग करते हैं संबोधन में कहा कि कहा कि वर्तमान परिवेश में ग्रामीण पत्रकारों को जरुरत इस बात  की है कि वे एक—दूसरे के सहयोग के लिए कोआपरेटिव सोच के साथ कार्य करें। 

इस मौके पर सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने भी ग्रामीण पत्रकारों की बेहतरी के लिए चर्चा किया। कहा कि गांवों की बेहतरी के बिना विकसित भारत का कामना नहीं की जा सकती है। हमारे देश के लोग भले ही शहरों के बल पर विकास की बात सोचते है। लेकिन सच्चाई यह है कि आज भी 60 फीसदी से अधिक लोग गांव में रहते हैं। ऐसे में ग्रामीण पत्रकारों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है।

सलेमपुर सांसद रविंद्र कुशवाहा ने कहा कि ग्रामीण पत्रकार ही अथक प्रयास से समाज को एक नई दिशा देने का कार्य करते हैं। जिसकी बदौलत हम लोग आज सुंदर भारत का सपना देख रहे हैं। अध्यक्षता कर रहे जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर संजीत कुमार गुप्ता ने भी ग्रामीण पत्रकारिता के गूढ रहस्यों पर विस्तार से चर्चा किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में पत्रकारिता के स्तर में भले ही गिरावट आई है। लेकिन ग्रामीण पत्रकारिता बहुत ही उच्च कोटि का कृत्य है। इस पर वर्तमान समय मे सरकारों को भी ध्यान देना चाहिए। इस मौके पर जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के लोकपाल डा. गणेश कुमार पाठक, प्रोफेसर सानंद कुमार सिंह, पूर्व मंत्री  राजधारी सिंह, पूर्व विधायक भगवान पाठक, पूर्व विधायक संजय यादव ने अपने विचार रखा ।सम्मेलन में और हुए अतिथियों का स्वागत प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत ओझा व आभार ज़िला अध्यक्ष वीजेंद्र सिंह ने व्यक्त किया ।

इस सम्मेलन में लखनऊ,ग़ाज़ीपुर तथा विभिन्न जनपदों से आए पत्रकारों को सम्मानित भी अतिथियों द्वारा किया गया ।कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रदेश महासचिव पुष्पेंद्र कुमार सिंधु ,स्मारिकां के संपादक केके पाठक ,ज़िला महासचिव शशिकांत ओझा सहित सभी तहसीलों के पदाधिकारी तन्मन्यता से लगे रहे । संचालन वीरेंद्र मोहन तिवारी ने किया।