मां वांकल की मेहर से सब सुखी, खुशहाल रहे: नारायणपुरी

शिखर पर चढ़ाई ध्वजा, यज्ञ में दी आहूतियां, महाप्रसादी का हुआ आयोजन

बाड़मेर। नारनोणी बोथरा परिवार द्वारा निर्मित श्री वांकल माता मन्दिर महाबार का द्वितीय वर्षगांठ पाटोत्सव शुक्रवार को हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें शुक्रवार को देवी मन्दिर पर ध्वजा चढ़ाई गई। वहीं इससे पूर्व रात्रि में रात्रि जागरण का आयोजन हुआ। दो दिवसीय पाटोत्सव महंत श्री नारायणपुरीजी महाराज के सानिध्य में सम्पन्न हुआ ।

नारनोणी बोथरा परिवार के सदस्य सुरेश बोथरा ने बताया कि महाबार स्थित वांकल माता मन्दिर के द्वितीय वर्षगांठ अवसर पर नारनोणी बोथरा परिवार की ओर से गुरूवार रात्रि में रात्रि जागरण का आयोजन किया गया । जिसमें भजन गायक दीक्षित शर्मा एंड पार्टी द्वारा माताजी के एक से बढ़कर एक शानदार व सुरीले भजनों की प्रस्तुतियां दी गई । वहीं शुक्रवार को दोपहर में अभिजीत मुहूर्त में मन्दिर के शिखर पर गाजे-बाजे के साथ ध्वजा चढ़ाई गई ।

महन्त श्री नारायणपुरी महाराज ने कहा कि मां वांकल की सब पर मेहर रहे, सब सुखी और खुशहाल रहे। धर्म के प्रति हमारी अटूट आस्था ही हमारी सच्ची शक्ति और विश्वास है। वहीं महन्त श्री ने वैदिक रीति-रिवाज से यज्ञ व ध्वजारोहण अनुष्ठान सम्पन्न करवाया।

इससे पूर्व मन्दिर प्रांगण में यज्ञ कर आहूतियां दी गई और सर्व मंगल की कामना की गई। मन्दिर के शिखर पर ध्वजा चढ़ाने के दौरान नारनोणी बोथरा परिवारजनों के साथ-साथ बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। इस अवसर पर भक्तगणों के लिए महाप्रसादी का आयोजन किया गया ।