प्यार के जाल कों समझों लड़कियों

प्यार का अर्थ ही है निस्वार्थ किसी को चाहना, उसका ख्याल रखना, देख भाल करना चाहे वों इंसान हों या सामान।हमें प्यार हों ही जाता हैं आदत सी बन जाती हैं, और जब वों हमसे दुर हों जाता है तब हम परेशान हों जाते हैं लोग इसी बात का फायदा उठा रहे हैं। प्यार, प्रेम, इश्क़, मोहब्बत कितनी प्यारी शब्द है ना मगर समय के साथ लोग मजाक बना दिए हैं। 

आज लेखिका उस प्यार के जाल के बारे में गंभीरता से विचार करना चाहती हैं जिसके कारण युवा पीढ़ी अपनी जान गवाते जा रहे हैं। स्कूल, कालेज, कोचिंग में पढ़ने वाले बच्चे जिन्हें अपनी पढ़ाई लिखाई पर ध्यान देना चाहिए। उन बच्चों कों प्यार के जाल में फँसाया जाता है। लेखिका अपने शब्दों में समझना का एक प्रयास कर रही हैं जिससें माता पिता और बच्चे दोनों ही इस जाल सें बच सकें। 

इस जाल की शुरुआत कैसे होती हैं इस बात कों समझें बच्चे जब बड़े होते हैं तों बाहर अदंर करना, दोस्तों के संग रहना शुरु होता है। माँ बाप अपनें कामों में व्यस्त रहते हैं इसलिए समय नही दे पातें हैं और बच्चें भी अपनी बात माँ बाप कों बता नहीं पातें हैं। तों बच्चे खुद में अकेला महसूस करनें लगते हैं। 

तब उनके लिए उनका दोस्त सब कुछ बननें लगते हैं। उनकों अपनी बातें शेयर करना अच्छा लगता है। दोस्ती से प्यार बन जाता है। अभी के समय में 40% सच्चा प्यार होता है जों सच में प्यार करते हैं और जिंदगी भर साथ रहना चाहते हैं बाकि के 60% प्यार दिखावा व लालचीपना प्यार होता है। 

लड़के विडियो काल पर प्यार भरी बातें करते करते हैं, लड़कियों के कपड़े उतरवा लेते हैं, उनकें साथ गन्दी गन्दी बातें करते हुए विडियों रिकार्ड कर लेते हैं। और विडियों कों देखा कर उनके साथ सेक्स करते हैं। लड़की डर सें या भ्रम में अरे वों प्यार करता है छोड़ेगा नही, पति हैं मेरा। क्या हो गया अगर शादी सें पहले सेक्स कर लिए तों, लड़की खुद कों समझाती हैं और लड़के वों विडियों अन्य लड़कों कों देखाकर पैसे कमाता हैं। 

समय के साथ दुसरे लड़के के साथ सेक्स करवा कर वों पैसा कमाने का एक जरीया बना लेते हैं। लड़की कों तब समझ में आता है जब वों सब कुछ अपना खों चूँकी रहती हैं, माँ बाप के सामने कैसे मूँह देखाएगी, समाज क्या बोलेगा, उनकी इज्ज़त मिट्टी में मिल चूँकी हैं यह सब सोचकर वों अपनी जान गवा लेती है और माँ बाप बेचारे कुछ नही जानते होते हैं वों अपनी जवान बेटी खों देते हैं। यें हैं आज की झूठी प्रेम कहानी का जाल। आप सभी पढ़े लिखे हमारे युवा पीढ़ी वों युवा पीढ़ी जों भारत के भविष्य हैं। समझे इस बात कों प्यार रूह सें की जाती है जिस्म तों बाजारों में भी बिकती हैं। 

अगर कोई कहता हैं कि वों प्यार करता है आपसें तों सबसे पहले लड़के या लड़की को पहचानें, जाने, समझे ,बातें करें लेकिन विडियों काँल पर कपड़े मत बदले। सोशल मीडिया के इस दौर में सभी कों संभाल कर रहना चाहिए क्योकि आपकी एक गलती आपकी, आपके परिवार की इज्ज़त कों मिट्टी में मिला सकते हैं। लड़कियों तुम खासकर सुनें :-

प्यार करों तों ऐसे करों, 

कि माँ बाप इज्ज़त बची रहें 

लड़कें चुनों तों ऐसे चुनों 

कि हीरा हों, बिस्तर पर सुलाने वाला नहीं।। 

मुस्कान केशरी 

मुजफ्फरपुर बिहार