गोपियों ने लिया था कार्तिक नियम सेवा व्रत : बाल योगेश्वर दास महाराज, दादा, राधाकुंड में उमड़े श्रद्धालु

मथुरा।राधाकुंड में चल रहे कार्तिक नियम व्रत सेवा में दूर दराज से श्रद्धालुओं आ गए हैं, बहुत आने वाले भी हैं। इसके अलावा वृंदावन, मथुरा, गोवर्धन, बरसाना, कांमवन में भी यह व्रत नियम चल रहा है। पूरा राधाकुंड राधा मय हो गया है। संत बाल योगेश्वर दास महाराज बद्रीनाथ वाले ने इस संवाददाता से कहा राधाकुंड धाम की महिमा अपार है। यहां के कण कण में राधा रानी का वास है। श्री राधा रानी श्री कृष्ण की शक्ति हैं।श्री राधा रानी की कृपा के बिना श्री कृष्ण को नहीं पाया जा सकता। 

गोपियों की श्री कृष्ण के प्रति अपार भक्ती श्रध्दा  विश्वास और प्रेम है। गोपियों का भाव होता है कि भगवान हमारे हो जाएं। इस को लेकर गोपियों ने कार्तिक नियम व्रत का संकल्प लिया। जिस्मे एक बार भोजन व भगवान का भजन करतीं थीं। गोपियों ने कात्यायनी माता की पूजा अर्चना की अर्चना की,उनकी मनोकामना पूरी। इस व्रत को करने का बहुत बड़ा महत्व है।

 इसको करने से मनुष्य सारे कस्टों का हरण होता है मनोकामना पूर्ण होती है। वही दूर दराज से आकर श्रद्धालु राधा कुंड के घाटों पर लगाई गई आरती स्थलों पर दीपदान कर रहे हैं। जिससे घाटों की शोभा देखते ही बनती है।3100 दीपकों से एक माह तक प्रतिदिन सायं को दीप दीपदान किया जा रहा है। विदित हो कि बाल योगेश्वर दास महाराज  31 दिसंबर को देश के अमर शहीदों की याद में गोवर्धन परिक्रमा कर राधाकुंड में विशाल के छपन भोग धराते हैं।