तिरंगे का सार

चला अभय लेकर के झंडा

नानी मां से पूछा जाकर

तीन रंग से सजा तिरंगा

मतलब बतला दो समझाकर।


नानी ने आकर समझाया

बड़े जतन से था बतलाया

केसरिया ऊपर की पट्टी 

हमें त्याग बलिदान सिखाया।


सफेद शांति पवित्र है पावन 

हरा प्रकृति की छटा सुहावन

मध्य चक्र गतिमान सदा ही

हरियाली न्यारी मनभावन।


नानी ने मतलब सिखलाया

अलका संग अभय हरसाया 

कर में उठा तिरंगा झंडा

भारत की जयकार लगाया ।


डॉ0 अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी'

लखनऊ उत्तर प्रदेश