World Cup: नीदरलैंड के इस गेंदबाज ने दक्षिण अफ्रीका को दी कभी न भूलने वाली हार

वनडे विश्व कप में नीदरलैंड ने मंगलवार (17 अक्टूबर) को दक्षिण अफ्रीका को हराकर सनसनी मचा दी। यह इस टूर्नामेंट का दूसरा उलटफेर है। नीदरलैंड से पहले अफगानिस्तान ने गत विजेता इंग्लैंड को हराया था। विश्व कप इस बड़े उलटफेर में अहम भूमिका पॉल वान मीकेरेन ने निभाई। नीदरलैंड के इस तेज गेंदबाज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो विकेट हासिल किए। उन्होंने एडेन मार्कराम और मार्को यानसेन को आउट किया। कभी खाना डिलिवरी करने वाला यह गेंदबाज अफ्रीकी टीम के खिलाफ ऐतिहासिक जीत का गवाह रहा। हालांकि, उनका यहां तक पहुंचने का सफर आसान नहीं रहा है।

विश्व कप से तीन साल पहले पूरी दुनिया पर कोरोना का कहर था। कई क्रिकेट टूर्नामेंट स्थगित हो गए थे। ऐसे में खिलाड़ियों की आर्थिक स्थित खराब हो रही थी। उनमें एक पॉल वान मीकेरेन भी थे। उन्होंने नवंबर 2020 में एक ट्वीट किया था जो कि दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मैच के बाद वायरल हो रहा है। मीकेरेन ने लिखा था, वह फूड डिलीवरी का काम कर रहे हैं, क्योंकि क्रिकेट बंद है। उन्होंने हार नहीं मानी और जिंदगी गुजारने के लिए खाना पहुंचाने का काम किया।

30 साल के मीकेरेन ने 2013 में वनडे क्रिकेट में डेब्यू किया था। संयोग से उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही डेब्यू किया था। अब उसी टीम के खिलाफ मैच के बाद वह चर्चा में हैं। मीकेरेन नीदरलैंड के लिए 16 वनडे खेल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने 20 विकेट लिए हैं। वह अब तक 57 अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच भी खेल चुके हैं। इस फॉर्मेट में उनके नाम 64 विकेट हैं।

यह नीदरलैंड का पांचवां विश्वकप है। 2011 के बाद से यह टीम पहली बार वनडे विश्वकप में खेल रही है। यह उसका 23वां मैच था, जिसमें पहली बार उसने आईसीसी के पूर्ण सदस्य देश को हराया है। इससे पहले उसने 2003 में नमीबिया को और 2007 में स्कॉटलैंड को हराया था।

बारिश के कारण मैच देरी से शुरू हुआ और दोनों पारियों से सात-सात ओवर की कटौती हुई। दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। नीदरलैंड की शुरुआत कुछ खास नहीं थी। 82 रन पर आधी टीम पवेलियन लौट गई थी। इसके बाद कप्तान एडवर्ड्स ने पुछल्ले बल्लेबाजों के साथ मिलकर बेहतरीन साझेदारियां की और अपनी टीम को अच्छे स्कोर तक पहुंचाया। नीदरलैंड के लिए कप्तान चार्ल्स एडवर्ड्स ने नाबाद 78 रन बनाए। वन डर मर्वे ने 29 और आर्यन दत्त ने नौ गेंद में 23 रन बनाए। दक्षिण अफ्रीका के लिए लुंगी एनगिडी, मार्को यानसेन और कगिसो रबाडा ने दो-दो विकेट लिए।

 गेराल्ड कोट्जी और केशव महाराज को एक-एक विकेट मिला। 246 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत भी कुछ खास नहीं रही। 36 रन के स्कोर पर पहला विकेट गिरा। डिकॉक 20 रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद बावुमा 16 रन के निजी स्कोर पर चलते बने। मार्करम एक और डुसेन चार रन बनाकर आउट हुए। 

क्लासेन और मिलर ने पांचवें विकेट के लिए 45 रन की साझेदारी कर थोड़ी उम्मीदें जगाई, लेकिन क्लासेन के आउट होने के बाद मिलर अकेले पड़ गए। यानसेन नौ रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद मिलर भी 43 रन के निजी स्कोर पर चलते बने और दक्षिण अफ्रीका की हार तय हो गई। कोट्जे 22 रन बनाकर आउट हुए। रबाडा ने नौ रन बनाए। अंत में केशव महाराज और लुंगी एनगिडी ने टीम का स्कोर 207 रन तक ही पहुंचा सके और टीम 38 रन से मैच हार गई।