तेरे साथ

तेरे साथ, 

तेरे याद, 

तेरे हाथ में, 

खुद कों सौपा हैं, 

तेरे आन, 

तेरे शान, 

तेरे अभिमान को, 

मैंनें भी बढ़ाया है, 

तेरे होने में, 

तेरे रोने से,

तेरे हँसने पर, 

खुद को मैनें बदला है, 

हर पल तुझ पर ही बस प्यार लुटाया हैं।। 

मुस्कान केशरी 

मुजफ्फरपुर बिहार