कहां कहां भटकूँ

    •  • मौसम सुहाना है ,

    •  संबरना चाहिये ,

    •  हुस्न को इश्क़ से,

    •   मिलाना चाहिये ,

    •  उड़ न जाये कहीं ,

    •  ये उम्र का पंछी , 

    •  ये उसको जल्दी ,

    •  बताना चाहिये ,

    •  शमा जला देती है ,

    •  परवानों को सदा ,

    •  आज तो जीभर के,

    •  उसे सताना चाहिये ,

    •  हो जायगा फैसला,

    •   हुस्न व जमाल का ,

    •  ज़मी पर  आफताब को,

    •   आ जाना  चाहिये,

    •   यादों की तड़प लेकर,

    •   कहां - कहां भटकुं,

    •  मुश्ताक़ तन्हाई में जाकर ,

    •  आंसू बहाना चाहिये ,

.डॉ . मुश्ताक़ अहमद. शाह

"सहज़"  हरदा मध्यप्रदेश