मिलेगो आशीर्वाद, मां का दरबार आओरेऐऐऐऐऐ।

मांआआआआ का दरबार आओ ,

मां मिलेगी बारंबार आओ रेऐऐऐ,

नवरात्रि त्योहार आयो रेऐऐऐऐऐ,

मिलेगो आशीर्वाद, मां का दरबार

आओरेऐऐऐऐऐ।

करनुं मां को जगराता सारी रात,

मिलकर भजन सुनागां फिर हुई जाये

परभात् , ओ नाचां सारी रात,

ओओओओ झूम झूम के आरती गावां,

बाजे ढोलताशे आखी रात ,

मां के बुलावागां, श्रंगार संजावागां,

गरबों नचावागां, धूप लगावागां,

भोग चढ़ावागां ओओओओओ,

भक्ति करांगा नौ दिन और नौ रात,

करनुं मां को जगराता सारी रात,

मिलेगो आशीर्वाद, मां का दरबार

आओरेऐऐऐऐऐ।

आयो नौरात्रि त्योहार,

आओ रे मां का दरबार

तभी मिलेगो मां को आशीर्वाद,

मां का दरबार आओरेऐऐऐऐऐ।


मदन वर्मा " माणिक "

 इंदौर, मध्यप्रदेश

मो. 6264366070