मानक विहीन बारूद के ढेर पर चल रहे रेस्टोरेंट

गोण्डा। जनपद मुख्यालय स्थित गोंडा शहर के एक पेट्रोल पंप पर करीब दो सालों से रेस्टोरेंट चल रहा है।गुरु नानक चौक के पास इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर रेस्टोरेंट जहां बना हुआ हैं,शहर के मुख्य चौराहे के पास रिहायशी आबादी में पहले तो पेट्रोल पंप पर रेस्टोरेंट नियमों के खिलाफ खुला हुआ है। पेट्रोल पंप संवेदनशील एरिया है। ऐसे में वहां रेस्टोरेंट खुलने का तो मलतब नहीं है जो नियमों के खिलाफ है। इस तरह गुरु नानक चौक के पास बारूद के ढेर पर रेस्टोरेंट चल रहे हैं।

 ऐसे में इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप पर स्थित श्री नानक स्वीट्स और रेस्टोरेंट पर अनगिनत सवाल खड़े हो रहे हैं। जैसे क्या इस रेस्टोरेंट के पास फायर NOC है ?क्या रेस्टोरेंट के पास आग लगने पर इमरजेंसी एग्जिट के लिए सभी सुरक्षित रास्ते मौजूद हैं?क्या रेस्टोरेंट में काम कर रहे कर्मचारियों को आग बुझाने की ट्रेनिंग दी गई है? क्या पेट्रोल पंप के मालिक ने रेस्टोरेंट बनवाने के लिए फायर विभाग से एनओसी ली है ? क्या पेट्रोल पंप या रेस्टोरेंट के मालिक ने इमारत का नक्शा पास कराया था जहां पर रेस्टोरेंट बना हुआ है? 

यहां सबसे बड़ा सवाल है कि अगर इतनी सारी गंभीर खामियों क़ो नहीं पूरा किया गया है तो क्या सिर्फ रेस्टोरेंट के मालिक ही जिम्मेदार हैं और क्या इन खामियों के लिए तमाम अनुमति और एनओसी आदि देने वाले अधिकारी, इंजीनियर प्रशासन और सरकार जिम्मेदार नहीं है ? 

जबकि देश के कई रेस्टोरेंट बारूद के ढेर पर हैं और लेवाना होटल अग्निकांड जैसे कई मामले सामने आ चुके हैं,फिर भी इतनी लापरवाही गोंडा के इंडियन मिल पेट्रोल पंप पर क्यों ? इसका जवाब देने से जिम्मेदार अधिकारी बच रहे हैं। वहीं इसकी जानकारी सिटी मजिस्ट्रेट से दूरभाष पर की गई तो उन्होंने बताया कि पेट्रोल पंप के रूल्स के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है।