मेला गुघाल ने विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं को एक सूत्र में पिरोया: महापौर

- बुधवार की रात हुआ ऐतिहासिक मेला गुघाल का समापन

सहारनपुर। महापौर डॉ. अजय कुमार ने कहा है कि मेला गुघाल के माध्यम से निगम ने देश की विभिन्न संस्कृतियों और भाषाओं को एक सूत्र में पिरोने का काम किया है। मेला गुघाल हमारे लिए सामाजिक समरसता, सामाजिक सौहार्द और शहरवासियों के बीच परस्पर समन्वय बढ़ाने का उद्देश्य है।

महापौर बुधवार की रात उत्तरी भारत के ऐतिहासिक मेला गुघाल के समापन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मेला गुघाल में अन्य कार्यक्रमों के अलावा पर्वतीय व पूर्वांचल संस्कृतियों के माध्यम से देश की विभिन्न संस्कृतियों को एक सूत्र में पिरोया गया वहीं अखिल भारतीय कवि सम्मेलन, पंजाबी कवि दरबार व आल इण्डिया मुशायरे के साथ हमारी भाषाएं भी एक मंच पर खड़ी दिखायी दी, और यही हमारी संस्कृति भी है और विरासत भी।

उन्होंने कहा कि ‘एक शाम बाबा साहब के नाम’ कार्यक्रम राजनीतिक नहीं एक विचार कार्यक्रम था। बाबा साहब हम सबके पूज्य है। महापौर ने विश्वास दिलाया कि अगले सालों में मेले का और बेहतर बनाने का प्रयास किया जायेगा। उन्होंने मेले के आयोजन में पार्षदों के सहयोग की सराहना करते हुए कहा कि इसी तरह हम आगे भी मिलकर काम करेंगे और महानगर में एक गुणात्मक बदलाव लाने का प्रयास करेंगे। 

अपर नगरायुक्त/मेलाधिकारी राजेश यादव ने कहा कि निगम की ओर से प्रकाश व सफाई की श्रेष्ठ व्यवस्था के साथ ही अन्य सभी बेहतर व्यवस्थाएं देने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि निगम का प्रयास मेले के माध्यम से निगम की आय बढ़ाना तो है ही अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और संवारने का प्रयास भी है। पार्षद मंसूर बदर, मयंक गर्ग, ज्योति अग्रवाल, मनोज प्रजापति व पार्षद प्रतिनिधि राकेश कल्याण आदि ने भी सम्बोधित किया। मेला चेयरमैन पार्षद चौधरी वीरसेन सिद्धू ने मेले के सफल आयोजन के लिए सभी पार्षदों, नगर निगम के पथ प्रकाश, स्वास्थय विभाग के अलावा पुलिस विभाग के सहयोग की सराहना करते हुए उनका आभार जताया। 

इससे पूर्व पार्षदों ने बुके भेंट कर महापौर का स्वागत किया। समापन समारोह में उपरोक्त के अलावा अपर नगरायुक्त मृत्युंजय, सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम, वरिष्ठ भाजपा नेता हेमंत अरोड़ा, मेला सह संयोजक पार्षद राजेंद्र कोहली, बरखा कल्याण, पार्षद प्रतिनिधि डॉ. एहतेशाम सहित अनेक पार्षद, थाना कुतुबशेर प्रभारी चंद्रसेन सैनी और शहर के गणमान्य लोग शामिल रहे। संचालन डॉ.वीरेन्द्र आज़म ने किया।