बुलडोजर बाबा के निर्देशों की धज्जियां उड़ा रहा है सपा मानसिकता से ग्रसित एक यातायात पुलिसकर्मी

आकाश कुमार

वाहन चालक की शिकायत के बाद यातायात पुलिस कर्मी पर गिर सकती है पुलिस अधीक्षक की गाज

रामानंद यादव जापानी चश्मा पहनकर करता हैं चालान पर भारतीय वाहन नंबर प्लेट को नहीं कर पाता स्कैन

फतेहपुर। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं बुलडोजर बाबा योगी आदित्यनाथ ने सभी पुलिस प्रमुखों को निर्देश देते हुए कहा है कि किसी भी पुलिस कर्मी द्वारा यदि आम जनता का उत्पीड़न किया गया तो उस पुलिस कर्मी पर गंभीर कार्यवाही की जाए यदि ऐसा नहीं किया गया तो पुलिस प्रमुख पर कार्यवाही करते हुए उन्हें पदमुक्त करने का काम किया जाएगा।

 बुलडोजर बाबा के निर्देशों का पालन करते हुए जनपद के ईमानदार पुलिस अधीक्षक उदय शंकर सिंह खरे उतरते नजर आ भी रहे हैं किंतु उसके बावजूद एक यातायात पुलिस कर्मी पुलिस अधीक्षक के खौफ से बेखौफ होकर अपनी मनमानी करते हुए आम जनता से चालान के नाम पर अवैध वसूली करने के अलावा उनसे गाली गलौज भी करता है। 

मालूम रहे कि 9 सितंबर 2023 की दोपहर लगभग 12:30 बजे सपा मानसिकता से ग्रसित एक यातायात पुलिस कर्मी रामानंद यादव द्वारा ज्वालागंज चौराहा के समीप दो पहिया चालक राहुल गुप्ता निवासी हरिहरगंज को चेकिंग के दौरान रोक कर उसके वाहन की चाबी निकाल ली गई जब वाहन चालक ने इस बात का विरोध किया तो यातायात पुलिस कर्मी रामानंद यादव द्वारा गाली गलौज की गई। 

इसके बाद वाहन चालक और यातायात पुलिस कर्मी के बीच बहस हो गई। यातायात पुलिस कर्मी द्वारा दो पहिया चालक के वाहन के सभी कागज देखने के बाद कागज पूरी तरह सही थे किंतु वाहन चालक ने हेलमेट नहीं पहन रखा था जिसका चालान यातायात पुलिस कर्मी रामानंद यादव द्वारा किया जाना चाहिए था जबकि वाहन चालक बार-बार कह रहा था कि हेलमेट का चालान करो और मुझे जाने दो किंतु उससे तरह-तरह के निजी सवाल पूछ कर परेशान करने का काम किया जा रहा था और लगभग उसे 30 से 40 मिनट तक चालान करने के नाम पर  रोके रखा गया।

 बहस बाजी से बौखलाए हुए उपरोक्त यातायात पुलिस कर्मी ने खुन्नस के चलते वाहन के नंबर प्लेट का भी चालान कर दिया जबकि नंबर प्लेट में कोई भी कमी नहीं थी। हैरत की बात तो यह है कि आखिरकार सपा मानसिकता से ग्रसित भ्रष्ट यातायात पुलिसकर्मी रामानंद यादव ने अपने लिए जापान से कौन सा नई तकनीकी का चश्मा मंगवाया है की जो भारत देश के वाहन की नंबर प्लेट को स्कैन नहीं कर सका।

और हेलमेट के अलावा नंबर प्लेट का चालान मिलाकर कुल 6000 रुपए का चालान कर दिया। गौरतलब बात तो यह है कि इस चलन को गलती से किया गया चालान भी नहीं कहा जा सकता क्योंकि हेलमेट का चालान रु० 1000 का है यदि गलती से चालान किया जाता तो वह 6000 रुपए का नहीं बल्कि 10000 रुपए का होता। रिश्वत की रकम न मिलने से बौखलाये यातायात पुलिस कर्मी रामानंद यादव ने भले ही नंबर प्लेट का ऑनलाइन चालान किया हो किंतु नंबर प्लेट की फोटो भी अपलोड नहीं की गई जबकि नंबर प्लेट में यदि कोई कमी थी तो फोटो भी अपलोड करना चाहिए था किंतु जब खुन्नस के चलते चालान किया गया हो तो नंबर प्लेट की फोटो कैसे अपलोड करता। 

आम जनता इस बात पर टिप्पणी कर रही है की आखिरकार भ्रष्ट यातायात पुलिस कर्मी रामानंद यादव ने ड्यूटी के दौरान ऐसा कौन सा जापानी चश्मा पहन रखा था जो भारतीय वाहन के नंबर प्लेट को स्कैन ना कर सका इतना ही नहीं रामानंद यादव की भ्रष्ट कार्य शैली ने समूचे पुलिस विभाग की बेहतर छवि को धूमिल करने का काम किया है। जिसके चलते पुलिस अधीक्षक द्वारा रामानंद यादव जैसे भ्रष्ट यातायात पुलिस कर्मी पर कोई गंभीर कार्यवाही करने की आवश्यकता है जिससे कि आम जनता का भरोसा पुलिस विभाग पर बना रहे।