यात्री सुविधा विहिन है रेवती रेलवे स्टेशन

ब्यूरो / रेवती (बलिया) : पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा बलिया रेलखंड पर स्थित रेवती रेलवे स्टेशन आजादी के बाद से उपेक्षित रहा है। जन प्रतिनिधियों की उपेक्षा के चलते रेल प्रशासन द्वारा रेवती का स्टेशन का दर्जा समाप्त कर हाल्ट घोषित कर दिया गया । जिसके चलते यह यात्री सुविधा विहिन स्टेशन बन कर रह गया है।अप साइड का प्लेटफार्म नं एक समाप्त कर दिया गया है। 

जिससे बलिया, गाजीपुर, वाराणसी सहित दूरस्थ क्षेत्रों की यात्रा करने वाले विकलांग, बुजुर्ग, महिलाओं व बच्चों को ट्रेनों में चढ़ने उतरने में काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है। ठेकेदार द्वारा सुरेमनपुर से टिकट खरीद कर यहां बेचा जाता है। यात्रीयों की संख्या बढ़ने पर टिकट कम पड़ने पर लोग कभी कभी बिना टिकट गनतब्य की यात्रा करने के लिए विवश है। 

यहां का प्रशासनिक कार्य समाप्त कर ट्रेनों का संचालन सुरेमनपुर व सहतवार से किया जाता है । जिससे कब ट्रेन आएंगी इसके लिए मोबाइल नेटवर्क का सहारा लेना पड़ता है। सन 1942 के आंदोलन में पूरे देश में सबसे पहले आजाद होने के कारण इस स्टेशन को अमृत महोत्सव स्टेशन की जगह हाल्ट घोषित किया जाना सेनानियों व क्षेत्रवासियों का अपमान करने के समान है। 

नगर पंचायत रेवती की अध्यक्ष जयक्षी पांडेय, भाजपा मंडल अध्यक्ष सतेंद्र सिंह, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल रेवती के अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, शान्तिल गुप्ता, प्रधान अर्जुन सिंह चौहान,विरेश तिवारी भाजपा नेता भोला ओझा आदि ने रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव सहित रेल प्रशासन व सांसद विरेंद्र सिंह मस्त से रेवती को रेलवे स्टेशन का दर्जा बहाल किए जाने की मांग की हैं।