पर्युषण पर्व से पुर्व रात्रि में रंग-बिरंगी रोशनी से सजा कुशल वाटिका
शनिवार को कुशल वाटिका में लगा और नौ दिन रहेगी रेलमपेल
बाडमेर । बाडमेर से 6 किलोमीटर दूर अहमदाबाद रोड पर स्थित कुशल वाटिका में विश्व का द्वितीय राजहंस मन्दिर में शनिवार को मेले का आयोजन हुआ और पर्वाधिराज पर्युषण महापर्व से पूर्व शनिवार को रंग बिरंगी रोशनी से सजाया गया कुशल वाटिका को। कुशल वाटिका ट्रस्ट के उपाध्यक्ष द्वारकादास डोसी व कोषाध्यक्ष बाबूलाल टी बोथरा ने बताया कि बाडमेर शहर के समीप कुशल वाटिका प्रांगण शनिवार को विशेष मेले का आयोजन किया गया, जिसमें बाडमेर सहित आस-पास के अन्य गावों से पधारे श्रद्वालुओं कुशल वाटिका पहुंच कर दर्शन वन्दन कर पूजा अर्चना की। कुशल वाटिका में मुनिसुव्रत स्वामी भगवान मन्दिर, दादावाडी, नवग्रह मन्दिर, गुरू मन्दिर, देवी-देवताओ के आदि मन्दिरो के दर्शन, पूजा का आनन्द लिया।
बोथरा ने बताया कि शनिवार को कुशल वाटिका में प्रातः 6 बजे से भक्तो का दर्शन व पूजा के लिए आना-जाना शुरू हो गया जो पुरे दिन मेले का माहौल बना रहा। हर शनिवार को हजारो भक्त दर्शन कर खुशहाली की कामना की। शनिवार को कुशल वाटिका में प्रातः 07.30 बजेे गिरनार भक्त मण्डल द्वारा घंटनाद व शंखनाद व ढोल की थाप लय व सुर के साथ भक्ति भावना के माध्यम से भगवान का पक्षाल किया गया और विधि-विधान व श्लोक के साथ केशर पूजा व भक्तिमय आरती की गई। भक्तों द्वारा केशर पूजा करने से मन को शान्ति जैसा आनन्द मिल रहा था।
जहां कुशल वाटिका ट्रस्ट मण्डल की और से भाता प्रभावना दी गई। कुशल वाटिका में शनिवार को मुनिसुव्रत स्वामी के पक्षाल का लाभ खीमराज लाधूराम सिंघवी बिशाला वाले, केशर पूजा पवनकुमार नेमीचन्द बोथरा व आरती का लाभ जयेशकुमार रत्नेश श्रीश्रीमाल परिवार द्वारा लिया गया, जिनका ट्रस्ट मण्डल द्वारा अनुमोदना की गई। कुशल वाटिका शनिवार मेले में कुशल वाटिका उपाध्यक्ष द्वारकादास डोसी, उपाध्यक्ष रतनलाल संखलेचा, निमार्णमंत्री शंकरलाल धारीवाल, ट्रस्टी चंपालाल छाजेड पारले, रमेश सर्राफ, छगनलाल बोथरा, इजि. दिलीप जैन, ट्रस्ट मण्डल के साथ साथ गिरनार भक्त मण्डल, कुशल वाटिका मित्र मण्डल, सहित कई भक्तगण उपस्थित थे।
जैन समाज के पर्युषण पर्व आज से शुरू-बाडमेर शहर के समीप कुशल वाटिका प्रांगण में पर्युषण पर्व के दौरान कुशल वाटिका में मुनिसुव्रत स्वामी भगवान मन्दिर, दादावाडी, नवग्रह मन्दिर, गुरू मन्दिर, देवी-देवताओ के आदि मन्दिरो के को दुधिया रोशनी व तोरण द्वार द्वारा सजाया गया और नौ दिन मन्दिर में दर्शन पूजा के लिए हजारों श्रद्वालु आराधना करेंगें। कुशल वाटिका को पर्युषण पर्व के दौरान भव्य तोरण द्वार व लाइटिंग से सजाया गया व रात्रि में प्रतिदिन भगवान मुनिसुव्रत स्वामी की भव्य आंगी सजायी जायेगी और रात्रि में भव्य आरती के साथ भक्ति भावना का आयोजन होगा। पर्युषण पर्व पर जैन समाज के शहर के मन्दिरों को सजाया गया है और साधु-साध्वी भंगवन्तों द्वारा प्रवचन का आयोजन होगा और तपस्वियों द्वारा तपस्या की जायेगी।