नई शिक्षा नीति एवं नई पेंशन नीति को वापस लिया जाए -प्रो. जितेंद्र सिंह - महामंत्री आक्टा

 गोण्डा। एआईफ़ुक्टो व फुपुक्टा के आह्वान पर डॉ0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ के द्वारा , उच्च शिक्षा की ग़लत नीतियों का व्यापक प्रतिरोध आज कार्यकारिणी की बैठक में दर्ज किया गया । भारत सरकार द्वारा लागू की गयी गलत व अव्यावहारिक शिक्षा तथा पेंशन नीति के विरोध में अवध विश्वविद्यालय द्वारा आहूत कार्यकारिणी की बैठक में २२ अगस्त को विश्वविद्यालय मुख्यालय अयोध्या व १३ सितंबर को नई दिल्ली में प्रतिरोध व प्रदर्शन को अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर वी पी सिंह के नेतृत्व में किया जाएगा।

इसमें अवध विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक संघ के गोंडा ,बहराइच, अयोध्या , अंबेदकर नगर , सुल्तानपुर ,बाराबंकी व अमेठी जनपद के महाविद्यालयीय शिक्षक बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेंगे। कार्यकारिणी की बैठक को संबोधित करते हुए शिक्षक संघ के अध्यक्ष प्रोफेसर वी पी सिंह नें कहा कि यह प्रतिरोध व प्रदर्शन सरकार द्वारा लागू राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 व शिक्षा क्षेत्र में अस्थायीकरण की अप्रासंगिक नीति को वापस लेने व पुरानी पेंशन को बहाल करने एवं जी डी पी का दस प्रतिशत शिक्षा पर खर्च  करने जैसी अन्य प्रमुख माँगो हेतु किया जाएगा।सभी ठेके पर एवं अस्थायी रूप से चल रही शिक्षा व्यवस्था के विरुद्ध प्रतिरोध दर्ज किया गया । अस्थायी रूप से कार्यरत शिक्षकों, अतिथि प्रवक्ताओं को सम्मान जनक वेतन देने की भी मांग की गयी । 

यह प्रतिरोध प्रदर्शन अखिल भारतीय विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ ( ए. आई. फुक्टो ) द्वारा आह्वानित व उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक महासंघ (फुपुक्टा) के समर्थन में सम्पादित किया जा जाएगा।फुपुक्टा द्वारा दिशा निर्देशित आज की बैठक द्वारा यह निर्णय लिया गया की कि उक्त माँगो के समर्थन में अवध विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के सभी सातों जनपद के शिक्षक सरकार द्वारा लिए गए अमानवीय निर्णय *पुरानी पेंशन व्यवस्था को समाप्त करने व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अनैतिक नीति एन ई पी 2020 से मीडिया के माध्यम से जनमानस को अवगत कराना है।