देश की संस्कृति बचायें, अमन चैन कायम रखें !

स्वतंत्रता दिवस पर एक प्रण सभी लेंवे कि देश की राजनीति में शुद्धता आये, शांति चैनोंअमन में बढ़ोतरी हों, भाईचारा हो। सभी राजनैतिक दल वैमनस्यता त्याग कर, प्रजातंत्र के मंदिर में देश के हित में सकारात्मकता का निर्णय लें। स्वतंत्रता को कायम रखने के लिए तन-मन-धन से सहयोग करें।  देश की संस्कृति बचाने के लिए जनता, सरकार और नेताओं को सामने आकर प्रत्यक्ष रूप से कार्य करना होंगे। संसद में बीस साल पहले जो माहौल था। वह अब बदल गया है। 

अब अशोभनीय दृश्य नजर आने लगे हैं । उच्श्रंखलता दिखाई देती है और अमर्यादित आचरण हो रहे हैं। देश की संसद में उपहास उड़ाने के बजाए शालीनता और नम्रता से भी विरोध दर्ज कराया जा सकता है। कोसने के बजाये काम करें और आलोचनाओं में कमी ढूंढ कर सुधार करें। अपनी सरकार के कार्यों का बखान करें मगर किसी दिवंगत नेताओं को कोसने से कोई हल नहीं निकलेगा समस्याओं का  वास्तविक हल ढूंढे व उन्हें हल करे।

सभी सरकारें देश की संस्कृति बचायें व अमन चैन कायम रखें !

मदन वर्मा " माणिक "

 इंदौर, मध्यप्रदेश