यहां ज्ञान और विज्ञान का,
समागम होता है,
ज़िन्दगी में इसके सोहबत का,
शुद्ध भाव से मतलब बताया जाता है,
यह ज़िन्दगी का दर्शनशास्त्र है,
सबको स्वीकार्य यह,
तरीका और अस्त्र है।
यह ज्ञान और विज्ञान की,
सफलता और समृद्धि को पाने का गुण बतातीं है,
सफ़र में आगे बढ़ते हुए रहने की सीख दी जाती है,
यह जीवन को सार्थक बनाता है,
उत्तम सोच और निष्ठा से,
रूबरू होने वाले लोगों को,
सहिष्णुता और संस्कार की सीढ़ी पर चढ़ने के गूढ़ रहस्यों को,
जमीं पर पहुंचाने में मदद करने में,
सबसे पहले खड़ा हो जाता है।
यह ज्ञान अथवा विधा को पाने में,
मदद करने में सबसे आगे रहता है,
खुशियां और सुकून देने वाली ताकत बनकर,
हृदय तल से आभार पाने का हक़ पा जाता है।
डॉ ०अशोक,पटना,बिहार।