World Coconut Day 2022 : प्रेगनेंसी में इन समस्याओं से छुटकारा दिलाता है नारियल पानी

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी जाती है। इस समय गर्भवती महिला के लिए पोषण से भरपूर चीजें लेना बहुत जरूरी होता है। इससे मां और शिशु दोनों ही स्‍वस्‍थ रहते हैं। पोषण से भरपूर ऐसी ही चीजों में नारियल पानी का नाम भी शामिल है। 

नार‍ियल पानी में क्‍लोराइड, इलेक्‍ट्रोलाइट, राइबोफ्लेविन, कैल्शियम, मैग्‍नीशियम और विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है। कोकोनट डेवलपमेंट बोर्ड के अनुसार, गर्भावस्था में नारियल पानी का सेवन करने से शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स और तरल पदार्थो की मात्रा की दैनिक आवश्यकता की पूर्ति हो जाती है। आइए जानते हैं प्रेगनेंसी के दौरान नारियल पानी पीने से गर्भवती महिला को मिलते हैं क्या लाभ।

प्रेगनेंसी में नार‍ियल पानी पीने के फायदे-

-नारियल पानी शरीर में खून के स्तर को बढ़ाने, यूरिनल इंफेक्शन को दूर करने और ब्लड प्रेशर को कम करने में मददगार है। 

-नारियल पानी प्रेग्नेंसी में सीने में जलन की समस्‍या से भी राहत दिलाता है।

-प्रेग्नेंसी में मॉर्निंग सिकनेस और थकान से राहत पाने के लिए नारियल पानी पी सकते हैं।

-गर्भावस्‍था में कब्‍ज होना एक आम समस्‍या है लेकिन नारियल पानी के सेवन से इससे बचा जा सकता है।

-नारियल पानी में कैलोरी न के बराबर होती है और ये ओमेगा-3 फैटी एसिड एवं फाइबर से युक्‍त होता है जिससे प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं का वजन नियंत्रित रहता है।

कब पीना चाहिए नार‍ियल पानी-

 गर्भवती महिलाओं को प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में मॉर्निंग सिकनेस और थकान की शिकायत ज्‍यादा रहती है इसलिए इस दौरान नारियल पानी का सेवन करना सबसे ज्‍यादा फायदेमंद रहता है। इस तिमाही में ही भ्रूण के दिमाग का विकास हो रहा होता है इसलिए उसे इस दौरान पोषक तत्‍वों की सबसे अधिक जरूरत होती है। नारियल पानी से मां और शिशु दोनों को ही जरूरी पोषक तत्‍व मिल जाते हैं।

कितना नार‍ियल पानी पीना सही-

प्रेगनेंसी के दौरान नार‍ियल पानी पीना फायदेमंद होता है पर इसका ज्‍यादा सेवन करने से आपको बचना चाह‍िए। आप प्रेगनेंसी के दौरान रोजाना एक ग‍िलास नार‍ियल पानी का सेवन कर सकते हैं। प्रेगनेंसी के दौरान आप रोजाना एक ग‍िलास नार‍ियल पानी का सेवन कर सकते हैं, ध्‍यान रखें क‍ि नार‍ियल ताजा और साफ हो, फफूंद या छेद वाले नार‍ियल का सेवन न करें।