राधाकुंड में पशु चिकित्सालय पर लगा ताला, पशुओं की दवा कराने आये लोग लौट रहे वापस

मथुरा/राधाकुंड। कोन्हई रोड स्थित पशु उपचिकित्सालय पर ताला लगने से लोग परेशान है। पशुओं को दवा कराने आये लोग वापस लौट रहे है। चिकित्सक के तबादले के बाद कई महीनों से ताला लगा है। डाॅक्टर के बिना पशुओं के गंभीर रोगों के टीके भी नहीं लग पा रहे है। परिक्रमा मार्ग व आसपास भ्रमण कर रहे बेसाहरा गौवंश के शरीर पर लंपी स्किन वायरस के लक्षण दिखाई दे रहे है। राधाकुंड में कोन्हई रोड पर सरकारी पशु चिकित्सालय बना है। 

इस चिकित्सालय में पशुओं की विभिन्न प्रजातियों के इलाज के साथ-साथ गर्भाधान व अन्य सुविधाएं पशु पालकों को मिलती थीं। कई महीनों से इस चिकित्सालय के बने कमरों में ताला लगा है। चिकित्सालय के आगे बोर्ड भी हटा दिया गया है।पशु पालकों को निजी डाॅक्टरों से इलाज कराना पड़ रहा है। विभाग द्वारा समय से टीकाकरण न होने से बीमारियों का खतरा ज्यादा बढ़ गया है। बताया गया कि राधाकुंड पशु अस्पताल का चार्ज राल पशु चिकित्सालय में तैनात प्रभारी डाॅक्टर के पास है।  

घूमते गौवंश में संक्रमण फैल रहा है। किसान सुनील चौधरी ने बताया कि पशुओं के सरकारी अस्पताल मेें चिकित्सक न होने परेशानी हो रही है। इस संबंध में राल में तैनात पशुधन प्रसार अधिकारी इन्द्रजीत सिंह ने बताया कि राधाकुंड में तैनात डाॅक्टर का तबादला आगरा हो गया है। इसका चार्ज उनके पास है। लेकिन दो जगह चार्ज होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।