कोहली को रास नहीं आया रोहित का नया बैटिंग अप्रोच, नजर आए अपने पुराने रंग में

रोहित शर्मा के कप्तान बनने के बाद टीम इंडिया नई बैटिंग अप्रैच के साथ टी20 क्रिकेट खेल रही है। कप्तान और कोच के सपोर्ट की मदद से अब खिलाड़ी अपना विकेट गंवाने से कतराते नहीं है और शुरुआत से ही बड़े शॉट खेलने की कोशिश करते हैं। विराट कोहली ने भी अपने आप को इस नई अप्रोच में ढालने की कोशिश की मगर वह ऐसा करने में असफल रहे। 

मगर एशिया कप में कोहली ने अपने पुराने रंग में नजर आए। कोहली ने शुरुआत में कुछ गेंदें सेट होने के लिए ली और इसके बाद रन गति को बढ़ाया जो वो पिछले कई समय से कर रहे हैं। कोहली ने अफगानिस्तान के खिलाफ शतक जड़ने के साथ एशिया कप 2022 में 92 की औसत से कुल 276 रन बनाए। इस दौरान कोहली के बल्ले से दो अर्धशतकीय पारी भी निकली।

अफगानिस्तान के खिलाफ जीत के बाद विराट कोहली की रोहित शर्मा से खास बातचीत हुई। इस चर्चा का वीडियो बीसीसीआई ने खुद अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किया है। कोहली वीडियो में कहते दिख रहे हैं कि वह अब अपने पुराने अंदाज में ही बल्लेबाजी करते हुए नजर आएंगे। विराट कोहली ने कहा 'मेरा लक्ष्य हमेशा से ही तीनों फॉर्मेट खेलने का रहा है। 

मैं हर टूर्नामेंट और सीरीज में यही सोच कर उतरता हूं कि छक्के मारना मेरी बड़ी ताकत नहीं है, मैं ऐसा कर सकता हूं जब परिस्थितियां ऐसी बने। मगर मैं गैप में चौके लगाने में माहिर हूं। अगर मैं चौके भी लगाता हूं तो उससे टीम का उद्देश्य पूरा होता है। मैंने कोच से भी इस बारे में बात की कि मैं गैप ढूंढने की कोशिश करूंगा इसके बजाय ये सोचकर कि टी20 क्रिकेट में अगर स्ट्राइक रेट ऊपर ले जाना है तो हमें छक्के ही मारने पड़ेंगे। तो ये चीज इस टूर्नामेंट के दौरान मैंने अपने सिस्टम से निकाली, इससे मुझे काफी मदद मिली। इससे मैं अपने टेंपलेट में वापस आ सका।'

विराट कोहली ने कहा 'मेरा लक्ष्य हमेशा से ही तीनों फॉर्मेट खेलने का रहा है। मैं हर टूर्नामेंट और सीरीज में यही सोच कर उतरता हूं कि छक्के मारना मेरी बड़ी ताकत नहीं है, मैं ऐसा कर सकता हूं जब परिस्थितियां ऐसी बने। मगर मैं गैप में चौके लगाने में माहिर हूं। अगर मैं चौके भी लगाता हूं तो उससे टीम का उद्देश्य पूरा होता है। 

मैंने कोच से भी इस बारे में बात की कि मैं गैप ढूंढने की कोशिश करूंगा इसके बजाय ये सोचकर कि टी20 क्रिकेट में अगर स्ट्राइक रेट ऊपर ले जाना है तो हमें छक्के ही मारने पड़ेंगे। तो ये चीज इस टूर्नामेंट के दौरान मैंने अपने सिस्टम से निकाली, इससे मुझे काफी मदद मिली। इससे मैं अपने टेंपलेट में वापस आ सका।'