राधे-रानी का जाप करने से मिट जाते हैं संताप-पुष्पांजलि किशोरी जी

कथा ज्ञान यज्ञ के समापन पर उमडे श्रद्धालु, कथाव्यास का हुआ सारस्वत सम्मान

लालगंज, प्रतापगढ़। क्षेत्र के उदियापुर गांव में सप्ताह भर से हो रही एक सौ आठ श्री शिवशक्ति नारायण कथा ज्ञानयज्ञ का शुक्रवार की देर रात समापन हुआ। समापन कार्यक्रम में आयोजन समिति की ओर से कथाव्यास सुश्री पुष्पांजलि किशोरी का सारस्वत सम्मान भी किया गया। कथा में श्रद्धालुओं को भगवान राधे-रानी का महात्म्य समझाते हुए पुष्पांजलि किशोरी जी ने कहा कि भगवान के प्रति शरणागति मनुष्य के हर संताप को पाप को हरण किया करती है। 

उन्होने कहा कि भगवान की कथा कलिकाल में अमृत कथा है। उन्होनें कहा कि सच्चे मन से राधे रानी के नाम का जाप करने वाले साधक को कभी भी विपत्ति का सामना नही करना पड़ता। सुश्री पुष्पांजलि ने कहा कि भगवान कृष्ण का लोकावतार जीवन पथ को कर्म पथ पर अग्रसर बनाये रखने का हमें नैतिक बोध कराया करता है। धर्म वही है जो लोक कल्याण की साधना को फलीभूत करते हुए अन्याय को मिटाने के लिए प्रेरणा का बोध कराये।

 इसके पूर्व कथा के संयोजक पं. शिवदत्त दुबे तथा मानस मराल पं. रामफेर पाण्डेय व आचार्य करूणाशंकर दुबे एवं चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी ने कथाव्यास पुष्पांजलि किशोरी का साफा व शाल तथा माल्यार्पण कर सारस्वत अभिनंदन किया। युवा समाजसेवी अमित मिश्रा ने भी कथाव्यास को राधे रानी का चित्र भेंट कर सम्मानित किया। क्षेत्रीय विधायक आराधना मिश्रा मोना की ओर से मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने आभार प्रदर्शन किया। 

कथा समापन पर पूर्णाहुति हवन यज्ञ में बड़ी संख्या मे शामिल महिलाओं ने भजन व संकीर्तन की मनोहारी प्रस्तुतियां दी। कथा मे शामिल श्रद्धालुओं को पंक्तिबद्ध भगवान का महाप्रसाद भी ग्रहण करते देखा गया। इस मौके पर समाजसेवी राजेन्द्र दुबे, रामशिरोमणि मिश्र, अनिल त्रिपाठी महेश, रामपाल दुबे, भास्कर पाल मिश्र, अधिवक्ता गिरिजाकांत दुबे, नागेश्वर प्रसाद द्विवेदी, राधाकांत द्विवेदी, उमाशंकर मिश्र, सर्वेश मिश्र, शास्त्री सौरभ त्रिपाठी, आचार्य दिवाकर नाथ शुक्ल आदि रहे।