मानव जीवन में भगवद चिंतन एवं सत्संग का बड़ा महत्व : भागवत विदुषी नेहा तिवारी "किशोरीजी"

मथुरा/वृन्दावन। रोड़-रमापुरम कॉलोनी स्थित तपस्वी गोस्वामी गौडीय मठ में चल रहे सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ में व्यासपीठ पर आसीन भागवत विदुषी नेहा तिवारी "किशोरीजी" ने भक्तों-श्रद्धालुओं को कथा श्रवण कराते हुए कहा कि मानव जीवन में भगवद चिंतन और सत्संग का बड़ा महत्व है।श्रीमद्भागवत रूपी नौका में सवार होकर प्राणी संसार रूपी भवसागर से पार हो जाता है। इसके श्रवण मात्र से जीव के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही जन्म व मृत्यु के भय का भी नाश हो जाता है। इस दौरान ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ, भागवताचार्य विष्णुकांत भारद्वाज ब्रजवासी भैया,युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा,बालो पंडित, सुदामा दास,आचार्य ईश्वरचंद्र रावत,आयुष,अनुज,गोविंद शर्मा, हीरा आदि की उपस्थिति विशेष रही।