ख्वाब

चले आओ ख्वाबों में मोहब्बत करते हैं,

मीत मनमीत मेरे प्यार को अनेको नाम धरते हैं।

चलो आओ प्यार भरी नाम से तुम्हें याद करते हैं

धरा पर कहीं नफरत है ,थोड़ी प्यार से पाट देते हैं।


देखो प्यार है मुझे सुंदर हरी भरी धरती से,

रिमझिम बरसते मेघो की फुहार से।

किसानों की फसल की खुशहाली से,

चांद तारों की चमकती चांदनी से।


बहती हुई फिजा की मस्त बहारों से

चलो आओ उन सबको तुम्हारी नाम करते है।

खिले हुए महक से गुलाबों का

गुलदस्ता तुम्हारे नाम करते हैं।


ना नींद से जगाओ ए दुनिया वालों,

एक हसरत भरी नींद तुम्हारे नाम करते हैं।

मुझे मोहब्बत है अपने ख्यालों ख्वाबों से,

ईश करे तुम्हें भी मोहब्बत हो अपने ख्यालों ख्वाबों से।


                        रचनाकार ✍️

                        मधु अरोरा