दोनों मंत्री द्विपक्षीय संबंधों की व्यापक समीक्षा करेंगे और पीएसएससी समिति के चार संयुक्त कार्यकारी समूहों-राजनीतिक एवं दूतावास, कानून एवं सुरक्षा, सामाजिक एवं सांस्कृतिक तथा रक्षा सहयोग पर संयुक्त समिति के तहत हुई प्रगति पर चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि पिछले कुछ महीनों में इन समूहों तथा वरिष्ठ अधिकारियों की बैठकें हुई हैं। दोनों पक्ष संयुक्त राष्ट्र, जी20 और जीसीसी में अपने सहयोग समेत परस्पर हित के क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे।
जयशंकर खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के महासचिव नायेफ फलाह मुबारक अल-हजरफ के साथ ही सऊदी अरब के अन्य गणमान्य व्यक्तियों से भी मुलाकात करेंगे। दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने पर भी चर्चा करेंगे। विदेश मंत्री के तौर पर पहली बार सऊदी अरब की यात्रा कर रहे जयशंकर वहां भारतीय समुदाय से भी बातचीत करेंगे। मंत्रालय ने कहा कि भारत-सऊदी अरब के संबंध पिछले कुछ वर्षों में राजनीति, सुरक्षा, ऊर्जा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, खाद्य सुरक्षा, सांस्कृतिक तथा रक्षा समेत विभिन्न क्षेत्रों में मजबूत हुए हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दोनों देशों का शीर्ष नेतृत्व कोविड-19 महामारी के दौरान भी करीबी संपर्क में रहा।