मंकीपाक्स को लेकर सतर्कता,जिला अस्पताल में बनाया जा रहा आइसोलेशन वार्ड

जरा भी लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक से लें सलाह

सहारनपुर। देश में कुछ जगहों पर मंकीपाक्स के केस पाए जाने से स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तैयार किया जा रहा है। इस वार्ड में एक दर्जन बेड आरक्षित रहेंगे। सभी सरकारी अस्पतालों में मंकीपाक्स के लक्षण वाले मरीजों का सैंपल लिया जाएगा।

मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डा.संजीव मांगलिक ने बताया देश में कई जगहों पर खासकर दिल्ली में मंकीपाक्स के मरीज मिले हैं। ऐसे में सरकार अलर्ट मोड पर है। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने इस बाबत सतर्क और एहतियात बरतने को कहा है। उन्होंने बताया- अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड बनाया जा रहा है। इसकी तैयारी कर ली गई है। यहां मंकीपाक्स के मरीजों का भर्ती किया जाएगा। उन्होंने बताया - जिले के सभी सरकारी और निजी चिकित्सालयों की ओपीडी में आने वाले मरीजों की गहनता से जांच करने के निर्देश दिए हैं। सीएमओ ने बताया -मंकीपाक्स एक आर्थाेपाक्स वायरस है, जो चेचक के समान होता है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में घाव, शरीर से निकलने वाले पदार्थ, खांसने- छींकने से मुंह से निकलने वाली बूदों, बिस्तर व कपड़े को साझा करने व संक्रमित व्यक्ति से संबंध बनाने व छूने से फैलता है।

उन्होंने बताया कि बढ़ते खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपाक्स को ग्लोबल इमरजेंसी घोषित कर दिया है। उन्होंने कहा घबारने की जररूत नहीं। इसका इलाज संभव है।मंकी पाक्स से संक्रमित व्यक्ति को बुखार आता है। इसके साथ मांसपेशियों, बदन, व सिर में दर्द होता है। साथ ही थकान होती है और लिप्म्स नोड्स में सूजन आ जाती है। इसके साथ ही चेहरे पर लाल रंग के दाने निकल आते हैं। अगर किसी में इस तरह के लक्षण नजर आते हैं तो तुरंत चिकित्सक से संपर्क कर इलाज शुरू करा देना चाहिए। इस बीमारी से बचने के लिए जरूरी है कि मरीज को तुरंत आइसोलेट करें। गंदे और संक्रमित कपड़ों से भी दूरी बनाए रखें। हाथों को साबुन पानी से अच्छी तरह धोएं। मास्क का इस्तेमाल करें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर न जाएं।