एंबुलेंस आने में देरी हुई तो पुलिस देगी प्राथमिक उपचार

ईच वन-सेव वन’ थीम पर पुलिसकर्मियों को दी गई बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग

अलीगढ़। सड़क हादसों में घायल होने वाले लोगों को अब पुलिसकर्मी ही प्राथमिक उपचार दे सकेंगे। इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि सड़क दुर्घटनाओं की संख्या बढ़ रही है। बहुत लोग इसमें अपनी जान गंवा देते हैं। ज्यादातर लोगों की मौत इलाज के आभाव में होती है। क्योंकि वह सही समय पर हॉस्पिटल नहीं पहुंच पाते हैं। 

अगर उन्हें सही समय पर प्राथमिक उपचार भी मिल जाए तो इनकी जान बच सकती है। यह जानकारी शुक्रवार को पुलिस लाइन में ईच वन-सेव वन यानी हर एक को बचाओ थीम पर हुए कार्यक्रम के दौरान बताई गई। कहा गया कि अगर एंबुलेंस के आने में देरी हो तो घटना स्थल पर मौजूद पुलिस कर्मी खुद ही घायल को प्राथमिक उपचार दे सकते हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रम में यूपी आर्थोपेडिक एसोसिएशन के डॉ. नैयर आसिफ और डॉ. सुमित सिंघल ने पुलिस कर्मियों को बेसिक लाइफ सपोर्ट का प्रशिक्षण दिया। 

उन्होंने बताया कि जब कोई घटना होती है, सबसे पहले क्षेत्रीय पुलिस वहां पहुंचती है। इसके बाद ही एंबुलेंस आ पाती है। कई बार एंबुलेंस के आने में देरी होती है। वहां मौजूद पुलिस कर्मी दुर्घटना स्थल पर ही घायल को सीपीआर और प्राथमिक उपचार दे देंगे तो उनकी जान बचाई जा सकती है। इसके लिए डॉक्टरों की टीम ने पुलिस कर्मियों को सीपीआर और अन्य प्राथमिक उपचार देने की विस्तार से जानकारी भी दी। 

पुलिस लाइन में यह ट्रेनिंग कार्यक्रम लगातार 5 दिन से चल रहा है। इसमें डॉक्टरों की टीम पुलिस कर्मियों को ट्रेंड कर रही है। जिले के सभी पुलिस कर्मियों को यह ट्रेनिंग दी जानी है। शुक्रवार को सीओ इगलास राघवेंद्र सिंह, इंस्पेक्टर इगलास विजय सिंह, इंस्पेक्टर रोरावर सुधीर पाल धामा, इंस्पेक्टर महुआखेड़ा विजयकांत शर्मा, इंस्पेक्टर छर्रा दिनेश कुमार सिसौदिया, थानाध्यक्ष बरला घनश्याम सिंह, यूपी-112, अग्निशमन विभाग समेत विभिन्न पुलिस कर्मी मौजूद रहे।