रिश्ता ये अनमोल हैं

नेह और विश्वास से सजा

रिश्ता ये अनमोल हैं।

एक धागे से बंधा

रिश्ता ये अनमोल हैं।

प्रीत, प्रेम की सौगात

छुपा जिसमें स्नेह अपार

भावनाओं से भरा

ये रिश्ता अनमोल हैं।


बहुत सारे रिश्ते देखे

बहुत सारे रंग,

भाई-बहिन के प्यार का

पर अलग ही है रंग

अंतर्मन में बसता ये

होता बहुत ही खास

पवित्र प्रेम से परिपूर्ण

ये रिश्ता  अनमोल हैं।

राखी के धागों से सजा

रिश्ता ये अनमोल हैं।


कवयित्री: गरिमा राकेश गौतम' गर्विता'

पता: कोटा राजस्थान