पहले खुद को देखिये,तभी देखिये बाद।।
मन न मिले हट जाइये,मिले कीजिये बात।
मतलब का संसार है,मतलबि आदम जात।।
ज्यादा कभी न सोचिये, न रखिये कभी आस।
शांत चित्त रहिये सदा,सुख आयेगा पास।।
कर्म के बीज बोइये,काटिये सुख के फल।
सहनशीलता लाइये,सुधार लीजिए कल।।
रीमा सिन्हा (लखनऊ)