श्री सिद्धिविनायक स्तुति

हे ऋद्धि सिद्धि के ममदाता

तुमही हो मेरे भाग्य विधाता

पूर्णकरो  प्रभुजी सबकाजा

ॐ गं गं गं गणपति-गणेशा

भक्त तेरा, पड़ा घने-क्लेशा

तुम्हीं आन दूर - करो -द्वेषा

ॐ कं कं कं कालिके-नँदन

करूं गौरी - सुत स्नेह वँदन

भरो ह्रदय मेरेss आनन्दन

ॐ शंशंशं शिव शम्भू प्यारे

भवपारकरो सुरेश्वरम न्यारे

ॐ गं- गं- गं- गजाननदेवा

जीवन में छाया घनाअँधेरा

सिद्धिविनायक करो सवेरा

श्वांसश्वांस तुम्हरे गुण गाऊँ

जोईजोई माँगूँ सो ही पाऊँ

राजीव डोगरा  के हो प्यारे

भाग्य- विधाता पालन हारे

गं गं गं गं गणपति विधाता

दूरहो दुःख जोतेरेगुणगाता


राजीव डोगरा 

कांगड़ा हिमाचल प्रदेश

rajivdogra1@gmail.com