पाकिस्तानी सेना की चौकी पर अफगानिस्तान की तरफ से आतंकियों ने की गोलीबारी, मारे गए तीन सैनिक

इस्‍लामाबाद। पाकिस्तानी सेना ने शनिवार को जानकारी देते हुए बताया कि अफगानिस्तान की तरफ से आतंकियों ने सैन्य चौकी पर रात भर भारी हथियारों से गोलीबारी की, जिसमें तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय सीमा पर अफगानिस्तान के अंदर से आतंकियों ने गोलियां चलाईं। जानकारी के मुताबिक, यह हमला पाकिस्तानी के खैबर पख्तूनख्वा के उत्तरी वजीरिस्तान जिले में घटी है। फिलहाल, पाकिस्तान द्वारा विस्तारपूर्वक हमले की पुष्टि नहीं की गई है।

आपको बता दें कि हाल ही में अफगानिस्तान के अंदर कई आतंकी हमले हुए हैं। शुक्रवार को उत्तरी कुंदुज प्रांत में एक मस्जिद पर बमबारी भी शामिल है, जिसमें 33 लोग मारे गए थे। अफगानिस्तान में तालिबान राज आने के बाद अफगानिस्तान और पाकिस्तान दोनों देशों में लगातार आतंकी हमले हो रहे हैं।

पाकिस्तान सेना ने कहा है कि पाकिस्तान के खिलाफ गतिविधियों के लिए आतंकवादियों द्वारा अफगान धरती के इस्तेमाल की वह कड़ी निंदा करता है और उम्मीद करता है कि अफगान सरकार भविष्य में ऐसी गतिविधियों की अनुमति नहीं देगी। तालिबान सरकार के सामने आईएस-के एक बड़ी चुनौती है।

दरअसल, अफगानिस्तान के तालिबान शासकों के सामने नागरिकों की सुरक्षा एक चुनौती बन चुकी है। तालिबान सराकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती है आईएस-के द्वारा किए जा रहे आतंकी हमले को रोकना। दरअसल, आईएस-के, जिसे इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत के नाम से जाना जाता है। यह आतंकी संगठन अफगानिस्तान में सक्रिय इस्लामिक स्टेट आंदोलन से जुड़ा हुआ है। हाल में हुए अफगानिस्तान और पाकिस्तान के अंदर आतंकी हमले की जिम्मेदारी आईएस-के ने लिया है। इन हमलों में ज्यादातर अल्पसंख्यक शियाओं को निशाना बनाया गया।

आपको बता दें कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान, दोनों देशों के लिए सिर्फ आईएस-के ही खतरा नहीं है बल्कि उन्हेंआतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान से निपटना है। गौरतलब है कि तहरीक-ए-तालिबान जिसकी संख्या लगभग 10,000 की संख्या बताई जाती है उसने हाल ही में पाकिस्तान की सैन्य चौकियों पर हमला तेज कर दिया है। इस महीने की शुरुआत में आतंकवादियों द्वारा घात लगाकर कर पाकिस्तान के सात सैनिकों के मार दिया गया था। जिसके जवाब में पाकिस्तान ने 16 अप्रैल को अफगानिस्तान के अंदर बमबारी की जिसकी वजह से दर्जनों शरणार्था मारे गए।