बता दें कि सालभर पहले कारोनाकाल के दौरान ब्रजेश पाठक योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री थे। उस समय उन्होंने कोरोना इलाज को लेकर लखनऊ जिला प्रशासन के अफसरों को घेरा था। उन्होंने अपर मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर राजधानी में कोरोना संक्रमण के दौरान खराब सुविधाओं पर चिंता जाहिर की थी। कहा था कि लखनऊ के सीएमओ ऑफिस में फोन करने पर उत्तर नहीं दिया जा रहा है। इसकी शिकायत सीनियर ऑफिसर्स से की गई है। 2022 तक मलेरिया को यूपी से खत्म कर देंगे। संचारी रोग को खत्म करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जेई और एईएस जैसी बीमारियों को रोकने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसके अलावा टीबी बीमारी को खत्म करने के लिए विधायक, सांसद और मंत्री ज्यादा मरीजों वाले गांव को गोद लेंगे।
मलेरिया से निपटने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और एएनएम घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे। संचारी रोग की रोकथाम के बारे में बताएंगे। लोगों को जागरूक करेंगे। साफ पानी और आसपास साफ-सफाई रखने के प्रति जागरूक किया जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा कि कोरोनाकाल में यूपी कंट्रोल के मामले में सबसे बेहतर रहा। अभी तक 11 करोड़ कोरोना टेस्ट किए जा चुके हैं। एक्टिव केए 300 के पास है। टीकाकरण भी देश में यूपी नंबर वन है। टीकाकरण से यूपी महामारी से बची, लोगों में इम्यूनिटी डेवलप हुई। गांव में क्लस्टर माध्यम से डोर-टू-डोर कैंपेन चलाई गई।