प्रमोद व मोना के अग्निपीड़ितों के लिए मदद के हाथ कोरोना संकट के सेवामिशन को दे रही धार

दूरदर्शी प्रयासों से रामपुर खास मे फायर ब्रिग्रेड की पंाच यूनिटों के भी संचालन का है अनूठा रिकार्ड, प्रभावित परिवारों मे नेतृत्व के दरियादिली की हो रही सराहना

लालगंज, प्रतापगढ़। गर्मी व तपिश के चलते इधर आगजनी से फसल व गृहस्थी को जिस तरह से नुकसान उठाना पड़ रहा है। उससे किसानों व मध्यम वर्ग के तबके को दो जून की रोटी भी मुश्किल के दौर मे देखी जा रही है। आपदा के इस समय जिस तरह से विकास के साथ रामपुर खास मे विधायक के द्वारा प्रभावित परिवारों की अपनी तरफ से मदद को हाथ बढ़े हैं, रामपुर खास मे जनप्रतिनिधि की दरियादिली जरूर सकून बनकर उभरती देखी जा रही है। अग्निकांड से प्रभावित परिवारों का राजस्व महकमा अभी क्षति के आकलन मे ही मशक्कत कर रहा है।

 इससे इतर रामपुर खास की विधायक आराधना मिश्रा मोना स्वयं तथा अपने पिता सीडब्ल्यूसी मेंबर प्रमोद तिवारी के साथ अग्निकांड से प्रभावित परिवारों की त्वरित मदद मे जुटी हुई देखी जा रही है। विधायक आराधना मिश्रा मोना ने अपनी तरफ से निजी तौर पर अब तक सैकडो उन परिवारो जिनके घर या खेती को नुकसान पहुंचा है दो-दो हजार रूपये की सीधी मदद भी पहुंचा चुकी है। 

कोरोना के संकट के दिनों की तरह विधायक मोना ने इधर फिर अग्निकांड के आकस्मिक आपदा मे भी निर्वाचन क्षेत्र के लोगों का सहारा बनीं भी नजर आ रही है। गांवों मे इस बात की चर्चा है कि जिस तरह से प्रमोद तिवारी तथा आराधना मिश्रा मोना ने कोरोना लाकडाउन के समय लोगों के दूर परदेश तक खाने पीने व उन्हें सुरक्षित घर पहुंचाये जाने का सफलतापूर्वक निजी बीड़ा उठाया था उसी तरह अब वह इन दिनों अग्निकांड की तपिश से प्रभावित परिवारों के बीच राहत व सकून का चेहरा भी आंकी जा रही है।

 वहीं क्षेत्र के लोगों मे यह भी चर्चा है कि स्वयं विधायक रहते प्रमोद तिवारी ने रामपुर खास निर्वाचन क्षेत्र की भौगौलिक स्थिति का दूरदर्शी आंकलन कर अपने क्षेत्र के हर थाना मुख्यालयों पर फायर ब्रिग्रेड की यूनिट संचालित कराने मे विशेष दिलचस्पी ली। जहां प्रमोद तिवारी के प्रयास से लालगंज मुख्यालय पर फायर ब्रिग्रेड की छोटी व बड़ी दो यूनिट संचालित हो रही है वहीं सांगीपुर संग्रामगढ़ तथा उदयपुर थाना मुख्यालयों पर भी फायर ब्रिग्रेड की यूनिट संचालित है।

 नदी तटवर्ती बाहुल्य क्षेत्र को ही देखते हुए विधायक आराधना मिश्रा मोना ने भी आकस्मिक आगजनी पर काबू पाने के लिए उदयपुर फायर ब्रिग्रेड यूनिट के संचालन के लिए जिले की पहली विधायक के रूप मे पिछले कार्यकाल मे विधायक निधि से पचीस लाख रूपये अवमुक्त किये थे। बेहतर सड़क संसाधन की भी रामपुर खास मे बाहुल्यता के कारण आगजनी से प्रभावित गांवो मे फायर ब्रिग्रेड की यूनिटों को पहुंचने मे पलक ही झपकना पड़ता है। 

मोठिन, प्रतापरूद्रपुर, सराय लालमती, जैनपुर, सांई की कुटी वार्ड, अझारा आदि गांवो के लोग के खुलकर बोलते भी दिख रहे हैं कि आगजनी मे जब सब कुछ उनका जलकर राख हो गया तो विधायक मोना और प्रमोद तिवारी की मदद उनके लिए कम से कम दो जून की रोटी के लिए भरपूर सकून दे गयी है। रविवार को रामपुर खास के दौरे पर आये प्रमोद तिवारी ने स्वयं तथा विधायक बेटी मोना की ओर से लोगों को यह भी भरोसा दिलाया कि निजी मदद के साथ सरकार की भी भरपूर सहायता राशि के लिए हर मजबूत प्रयास वह जारी रखेंगे।

 इससे भी पीड़ित सैकड़ो परिवारों के चेहरों पर राहत को लेकर इत्मिनान उभरा दिखा। सियासी गैलरी मे भी फिर यह चर्चा आम हो गयी है कि प्रमोद तिवारी और विधायक मोना चुनाव के बाद जनता के एक सच्चे नुमांइदे के रूप में जरूरतमंद के साथ खड़े दिख रहे हैं। विकास के मजबूत पायदान पर खड़े रामपुर खास मे विकास के मिशन के साथ प्रमोद तिवारी और विधायक मोना का सेवा मिशन भी लोगों को रामपुर खास के साढ़े चार दशक से अधिक मजबूत जनादेश को और ठप्पा तब लगा जाता है ।

जब चाहे वह कोरोना कार्यकाल का संकट हो या फिर इधर आगजनी की आपदा का संकट जरूरतमंद के बीच दिख रहा है तो वह चेहरा प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्रा मोना की ही निजी संवेदनशीलता बयां कर रहा है।.. और वह तब इस मजबूत जनादेश को लोगों की नजर मे दीर्घकालिक ठप्पा लगाते दिख जाता है जब चुनावी मौसम मे तो प्रमोद व आराधना मिश्रा मोना के विरोध का सुर विपक्षी गलियारे से देखा सुना जाता है ।

 इस प्रकार की किसी भी  आपदा के समय प्रमोद व आराधना मिश्रा मोना के अलावा विपक्षी खेमे की जरा सी भी पीड़ितो के बीच हलचल तक देखी व सुनीं नही जाया करती है। दर्द हो या दुख या तकलीफ विकास के साथ रामपुर खास मे एक ही रटारटाया नाम तब क्यों न हो हर जुबां पर और वह हुआ करता है सिर्फ और सिर्फ प्रमोद तिवारी एवं आराधना मिश्रा मोना का..।