क्या है मामला?
चिलकाना क्षेत्र के बुड्ढाखेड़ा गांव निवासी जावेद अहमद रविवार की शाम अपने घर से अपनी दुकान के लिए निकला था. तभी उसके पीछे-पीछे उसकी पांच वर्षीय बेटी शिफा भी चली आई. खबर है कि जावेद को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसकी बेटी उसके पीछे चली आई थी. बच्ची जैसे ही गांव से बाहर की और एक खेत तक पहुंची, तो आवारा कुत्तों ने उस पर हमला बोल कर उसको नोच-नोच कर मार डाला.
इसके बाद रात को जावेद जब घर लौटा, तो उसने घर पर बच्ची को न पाकर उसके विषय में पूछा. घर वालों ने बताया कि शिफा उसके पीछे-पीछे निकल गई थी. यह जानकारी मिलने पर शिफा की तलाश शुरू की गई, जिसके बाद गांव के बाहर एक खेत में उसका शव मिला. बच्ची की ऐसी हालत देखकर जावेद के परिवार में कोहराम मच गया. जावेद और उसके परिजनों ने शिफा का रविवार को अंतिम संस्कार किया.
सहारनपुर में आवारा कुत्तों के आतंक की यह कोई पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी कुत्तों द्वारा बच्चों पर हमले की कई घटनाएं हो चुकी हैं. मगर जिला प्रशासन ने अभी तक इस पर कभी कोई ठोस कदम नहीं उठाया है.