नगरायुक्त वार्डाे में जाकर खुद परखेंगे सफाई नायकों का काम

-डिजीटल लेन देन वाले वेंडरों को 12 सौ रुपये साल का मिलता है कैश बैक

सहारनपुर। नगरायुक्त ज्ञानेन्द्र सिंह ने सफाई निरीक्षकों को निर्देश दिए है कि वे अपने अपने क्षेत्र से सफाई से पूर्व और सफाई के बाद के फोटो निगम के ग्रुप में शेयर करें। उन्होंने कहा कि वह स्वयं वार्डाे में जाकर हर रोज सुबह पांच सफाई नायकों के कार्य का जायजा लेंगे और जिनके क्षेत्र में सफाई व्यवस्था में लापरवाही पायी जायेगी उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने सिटीजन फीडबैक में तेजी लाने के भी निर्देश दिए।

नगरायुक्त ज्ञानेंद्र सिंह आज सफाई निरीक्षकों के साथ स्वच्छता पर समीक्षा बैठक कर रहे थे।  उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में उत्तर प्रदेश को हर हाल में दूसरे राज्यों से आगे रखना सरकार का लक्ष्य है और ये तभी संभव होगा जब निगम स्तर पर स्वच्छता के लिए प्राथमिकता के साथ काम किया जायेगा। उन्होंने सफाई कर्मचारियों की डियूटी बीटवार लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सहारनपुर महानगर को शीघ्रातिशीघ्र कूड़ामुक्त शहर बनाना है। उन्होंने पार्काे की सफाई पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सफाई निरीक्षक अपने अपने क्षेत्र के कम से कम दो-दो फोटो ऐसे शेयर करेगा जिनमें एक चित्र सफाई से पूर्व और दूसरा सफाई के बाद का हो। इसके अलावा वे स्वयं भी हर रोज सुबह वार्डाे में पहुंचकर पांच सफाई नायकों के काम का निरीक्षण करेंगे।

उन्होंने सफाई निरीक्षकों से अपने अपने क्षेत्र के वंेडरों को डिजीटल लेन देन से जोड़ने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी वेंडरों को पेटीएम क्यूआरकोड लेने के लिए प्रेरित करें। नगरायुक्त ने कहा कि स्मार्ट सिटी का अर्थ है कि शहर के नागरिक और दुकानदार व वेंडर भी स्मार्ट बनें। उन्होंने बताया कि पीएम स्वनिधि योजना के अंतर्गत दस हजार रुपये का ऋण लेने वाला वेंडर यदि महीने में 50 और वर्ष में 500 से अधिक ट्रांजक्शन करता है तो उसे 1200 रुपये का कैश बैक मिलता है। इस तरह उस वेंडर को दस हजार का ऋण लेकर केवल 9640 रुपये यानि दस हजार से भी कम लौटाने होंगे। बैठक में नगर स्वास्थय अधिकारी डॉ.कुनाल जैन व सहायक नगरायुक्त अशोक प्रिय गौतम के अलावा सभी सफाई निरीक्षक मौजूद रहे।