मुशायरे का आग़ाज़ मास्टर शादाब सैदपुरी सैफ़ी की नात शरीफ़ से हुआ। मुशायरे व कवि सम्मेलन में शायरों और कवयित्रियों ने महफ़िल में रंग जमा दिया ।
वरिष्ठ लेखक मुमताज़ सादिक़ साहब ने अपनी तीन पुस्तकें उपहार स्वरूप आरिफ़ देहलवी को भेंट कीं। स्टेज पर मेहमान ए ख़ुसूसी के तौर पर उर्दू एकेडमी दिल्ली के एडवाइजरी मेम्बर व आप पार्टी के माइनारिटी विंग के साऊथ लोक सभा अध्यक्ष जनाब महमूद ख़ान, दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग मुस्लिम एडवाइजरी सदस्य जनाब नूर मुहम्मद सैफ़ी, ख़ान पुर के मशहूर समाज सेवी कांग्रेस पार्टी के नेता हाशिम सैफ़ी साहब मौजूद रहे ।
इस मौक़े पर मशहूर शायर राज़ सिकन्दराबादी, वरिष्ठ साहित्यकार मुमताज़ सादिक़, नरेन्द्र सिंह नीहार,शकील बरेलवी, फ़ैज़ बदायूनी, असलम बेताब, राजेन्द्र निगम राज, सरिता जैन, इन्दु राज, सुनैना, शादाब सैदपुरी सैफ़ी , निज़ामत कर रहे असलम जावेद ,मुशायरे व कवि सम्मेलन के कन्वीनर इरफान राही सैदपुरी सैफ़ी व दूल्हे आरिफ़ सैफ़ी देहलवी ने अपना कलाम पेश किया । इस मौक़े पर सैंकड़ों मेहमानों ने इस मुशायरे को जम कर ख़ूब इन्जाॅय किया । और शादी के वलीमे में डीजे ना बजा कर मुशायरे को उर्दू अदब व तहज़ीब को ज़िन्दा रखने का जुदा और रोचक अंदाज़ क़रार दिया इस को सभी ने पसंद किया ।