राजपाल बालियान रालोद विधानमंडल दल के नेता और गुलाम मोहम्मद उप नेता चुने गए

लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने राजपाल बालियान को उत्तर प्रदेश विधानमंडल दल का नेता और गुलाम मोहम्मद को उप नेता घोषित किया है। रालोद की ओर से सोमवार को जारी एक बयान में यह जानकारी दी गई। रालोद अध्यक्ष जयंत चैधरी ने विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे को पत्र भेजकर विधानमंडल दल के नेता, उप नेता के अलावा मुख्य सचेतक और उप सचेतक मनोनीत किये जाने की जानकारी दी है।

बयान के अनुसार रालोद विधान मंडल दल की 26 मार्च को यहां पार्टी कार्यालय में संपन्न हुई बैठक में विधानमंडल के नेता, उप नेता का चयन किया गया। इसमें मुजफ्फरनगर के बुढ़ाना क्षेत्र से निर्वाचित राजपाल बालियान को विधानमंडल दल का नेता, मेरठ के सिवालखास क्षेत्र से निर्वाचित गुलाम मोहम्मद को उप नेता, बागपत के छपरौली से निर्वाचित प्रोफेसर अजय कुमार को मुख्य सचेतक, शामली के थाना भवन से निर्वाचित अशरफ अली को उप सचेतक और हाथरस के सादाबाद क्षेत्र से निर्वाचित प्रदीप गुड्डू को विधानमंडल दल का कोषाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। 

उल्लेखनीय है कि रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान इसके पहले खतौली क्षेत्र से 1996 और 2002 में भी विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हो चुके हैं। उन्होंने पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट बहुल खापों का गढ़ मानी जाने वाली बुढ़ाना सीट से भाजपा के उमेश मलिक को चुनाव में पराजित किया। बुढ़ाना क्षेत्र में ही केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत रहे भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेता नरेश टिकैत और राकेश टिकैत का गांव सिसौली भी आता है। 

राजनीतिक जानकारों ने दावा किया कि सिसौली के लोगों ने राजपाल बालियान को अपना समर्थन दिया था। इसके अलावा उप सचेतक बनाये अशरफ अली ने थानाभवन क्षेत्र में पिछली सरकार में गन्ना मंत्री रहे सुरेश राणा को हराया जबकि पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत चौधरी चरण सिंह के प्रतिनिधित्व वाली छपरौली सीट पर प्रोफेसर अजय कुमार निर्वाचित होने के बाद मुख्य सचेतक बनाये गये हैं। रालोद ने पिछले विधानसभा चुनाव में भी यह सीट जीती थी लेकिन तब यहां से जीते रालोद के सहेंद्र सिंह रमाला भाजपा में शामिल हो गये और इस बार भाजपा ने रमाला को ही उम्मीदवार बनाया था। रालोद प्रमुख जयंत चौधरी दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पौत्र हैं। 

सात चरणों में संपन्न हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का परिणाम 10 मार्च को घोषित हुआ। 403 सदस्यों वाली विधानसभा में इस बार रालोद के आठ सदस्य निर्वाचित हुए हैं। रालोद ने समाजवादी पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। पिछली विधानसभा में रालोद को सिर्फ छपरौली में एक सीट पर जीत मिली थी।